एंटीवायरस का इस्तेमाल
आजकल बाजार में कई एंटीवायरस सॉफ्टवेयर मौजूद हैं। मैकेफी, क्विक हील, नोर्टन, एवीजी, अवास्ट, टें्रड माइक्रो और कैस्परस्की इनमें प्रमुख हैं। आप अपने पीसी के लिए इनकी आधिकारिक वेबसाइट से फ्री वर्जन भी डाउनलोड कर सकते हैं। यह कम्प्यूटर और इंटरनेट के बीच के कनेक्शन्स पर नजर रखता है और गलत एक्टिविटी से बचाता है। जोन अलार्म एक अच्छा फायरवॉल है। यह इंटरनेट से वायरस और स्पाईवेयर डाउनलोड होने से बचाता है और आपकी जरूरी इन्फॉर्मेशन्स को इंटरनेट पर जाने से रोकता है। सुरक्षा के लिए फायरवॉल बहुत जरूरी है। सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनियां यूजर्स के लिए अपडेट जारी करती हैं। आपको सॉफ्टवेयर्स को अपडेट करते रहना चाहिए।
बाहरी ड्राइव से सावधान…
पीसी में किसी बाहरी ड्राइव का इस्तेमाल करने से पहले एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से स्कैन करना चाहिए। इससे आपको काफी सुरक्षा मिल सकती है। ज्यादातर वायरस इन्हीं की वजह से फैलते हैं। पेनड्राइव को साइबर कैफे में इस्तेमाल करते समय सावधान रहना चाहिए। वहां से आपकी पेनड्राइव में वायरस आ सकते हैं।
ईमेल व डाउनलोड्स
अगर आपके इनबॉक्स में अनजाने ईमेल एड्रेस से कोई ईमेल आता है, तो आप उसके अटैचमेंट को न खोलें। ईमेल में दिए गए लिंक्स पर भी क्लिक करने से बचें। अगर कोई लिंक खोलना ही है, तो उस पर राइट क्लिक करके कॉपी शॉर्टकट करें और उसे नोटपैड पर पेस्ट करें। इससे आपको असली लिंक के बारे में पता लग जाएगा। इसी तरह इंटरनेट से किसी भी सॉफ्टवेयर को डाउनलोडिंग करने से पहले भी एंटीवायरस से स्कैन जरूर कर लें। अब ईमेल के माध्यम से कई तरह के वायरस और मेलवेयर आपके पर्सनल कम्प्यूटर पर आ सकते हैं। आपको इनसे काफी सावधान रहने की आवश्यकता है।
स्कैनिंग और यूजर राइट्स
आपको अपने पर्सनल कम्प्यूटर को ऑन करते ही एफ 8 दबाना चाहिए। इससे आपको सेफ मोड का ऑप्शन नजर आएगा। इसे सलेक्ट करके एंटर करें। सेफ मोड में खुलने के बाद आप एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करेंगे, तो वायरस जल्दी पकड़ में आ सकता है। इसके बाद आप अपने पर्सनल कम्प्यूटर को रीस्टार्ट करके सामान्य मोड में चला सकते हैं। इंटरनेट ब्राउजिंग करते समय एक्टिव एक्स कंट्रोल को सक्रिय करने से बचना चाहिए। साथ ही आपको डिफाल्ट यूजर को एडमिनिस्ट्रेटर की बजाय यूजर की तौर पर ही काम की इजाजत देनी चाहिए। आपको कम्प्यूटर पर काम करते समय वायरस से पूरी तरह से सावधान रहना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि किस वेबसाइट पर आपको सर्फिंग करनी चाहिए। ज्यादा लिंक वाली वेबसाइट्स से बचना चाहिए। वहां से वायरस आने का खतरा सबसे ज्यादा होता है।