इस तकनीक ( tecnology ) को इससे पहले विदेशों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे घर बनाने में एनर्जी ( energy ) बचती है और दूसरा नेचर के लिए भी फायदेमंद है।
दरअसल, देश में बन रहे कचरे के विशाल पहाड़ों में 50 प्रतिशत मटेरियल ( material ) प्लास्टिक होता है, जो चिंता का विषय है।
पर्यावरण से जुड़े एक्टिविस्टों ने कई तरह की मुहिम चलाई हैं। जिनमें से एक ईको ब्रिक कंस्ट्रक्शन है। इस कंस्ट्रक्शन में प्लास्टिक की खाली वेस्ट बोतलों का उपयोग करके घर और दीवारें बनाई जा रही हैं। प्लास्टिक को कम करने का ये सबसे कारगर तरीका है।
-प्लास्टिक की बोतलों की दीवारें बनाने पर मिट्टी के उत्खनन पर रोक लगेगी।
– इस तकनीक से बनाए गए घर ईंटों से बनाए गए घरों की तरह ही हर मौसम में अच्छे रहेंगे।
-प्लास्टिक की बोतलों से बनी घर की दीवारें 9 रेक्टर स्केल तक का भूकंप झेल सकती हैं।
– यह प्लास्टिक के विरुध लड़ने के लिए अच्छी मुहिम है।