खुद के अनुभव से मिली प्रेरणा
हर्षिनी ने इस पर तब काम करना शुरू किया था जब वह खुद मानसिक स्वास्थ्य के स्तर पर संघर्ष कर रही थीं। तब उन्होंने अपने जैसे अन्य लोगों के बारे में सोचा और इसे बनाने में जुट गईं। ताकि सभी को बेहतर महसूस हो सके। शुरू में हर्षिनी ने ऐप बनाने की सोची थी लेकिन ऐप्स की सफलता को लेकर वे आश्वस्त नहीं थीं, इसलिए उन्होंने फेसबुक मैसेंजर के लिए एक चैटबॉट बनाया क्योंकि यह लोगों के साथ जुडऩे में आसान है। फेसबुक मैसेंजर ऐप पर मानसिक स्वास्थ्य की तलाश कर रहे लोग पिंक लोगो पर टैप कर बॉट से बातें कर सकते हैं। हर्षिनी ने इस चैटबॉट को मनोचिकित्सकों और मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सकों के साथ मिलकर बनाया है। पेशे से ग्राफिक डिजाइनर, हर्षिनी अन्ना विश्वविद्यालय में पीएचडी की छात्रा हैं और वर्तमान में चैटबॉट के लिए अन्य भाषाओं पर काम कर रही हैं। अभी हर्षिनी एक ऐसे चैटबॉट पर भी काम कर रही हैं जो वैक्सीन स्लॉट बुक करने में मदद करेगा और यूजर्स को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करता है।
कैसे काम करता है चैटबॉट
चैटबॉट निर्देशित गतिविधियाँ प्रदान करता है जो सकारात्मक पुष्टि, ध्यान और व्यायाम को बढ़ावा देती हैं। बॉट लोगों को बागवानी, इम्युनिटी बूस्टिंग ड्रिंक्स आदि के बारे में सुझाव देता है, जिसे वे प्रतिदिन आजमा सकते हैं और बेहतर महसूस करने में मदद कर सकते हैं। बॉट तीन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है-ध्यान, सकारात्मक पुष्टि और शारीरिक व्यायाम। यदि कोई उपयोगकर्ता ध्यान का चयन करता है तो बॉट पांच मिनट की ऑडियो क्लिप साझा करता है, जो उन्हें ध्यान करने के लिए गाइड करेगा।