100 मीटर तक ऊंची उड़ान की संभावना इसरो के हेलिकॉप्टर के मंगल ग्रह पर 100 मीटर तक ऊंची उड़ान भरने की संभावना है। इसे मार्टियन बाउंड्री लेयर एक्सप्लोरर (मार्बल) नाम के उपकरण से सुसज्जित किया जाएगा। हेलिकॉप्टर मंगल ग्रह के हवाई अन्वेषण के लिए डिजाइन किया गया है। मार्बल मिशन मंगल ग्रह के मौसम के पैटर्न और ग्रह की ऐतिहासिक जलवायु के बारे में समझ बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।
पहले यान ने किया था आठ साल काम इसरो ने पहला मार्स ऑर्बिटर मिशन (एमओएम) नवंबर 2013 में लॉन्च किया था। यान ने सितंबर 2014 में मंगल की कक्षा में प्रवेश कर आठ साल तक काम किया। मंगल ग्रह पर 64 साल में सबसे ज्यादा 30 मिशन अमरीका ने भेजे हैं। सोवियत संघ/रूस 22 मिशन के साथ दूसरे नंबर पर है। यूरोपीय संघ, जापान और यूएई भी मंगल पर यान भेज चुके हैं।