scriptWeather Report- मानसून आने से पहले ही MP के इन शहरों में 24 घंटे में हुई 12 व 7 एमएम बारिश | 12 and 7 mm of rain fell in these cities of MP in 24 hours | Patrika News

Weather Report- मानसून आने से पहले ही MP के इन शहरों में 24 घंटे में हुई 12 व 7 एमएम बारिश

locationसीहोरPublished: Jun 13, 2022 02:06:08 pm

– मौसम विभाग का अनुमान क्या कहता है मानसून की दस्तक को लेकर, जानें यहां

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सीहोर। एक ओर जहां मध्यप्रदेश का अधिकांश हिस्सा अभी भी प्री—मानसून के आने और बरसने की राह देख रहा है। वही प्रदेश में मानसून की एंट्री से पहले ही प्रदेश में एक ही जिले के दो शहरों में क्रमश: 12 व 7 एमएम बारिश केवल 24 घंटों में ही हो गई। वहीं इसी दौरान इस जिले में औसत बारिश 4.3 एमएम रेकार्ड हुई है।

जिले में प्री मानसून एक्टिविटी के साथ 24 घंटे में रविवार सुबह 8 बजे तक आष्टा में सर्वाधिक 12 तो सीहोर में सात एमएम (मिलीमीटर) बारिश रेकॉर्ड हुई है। वहीं अन्य तहसील में बारिश का आंकड़ा कम रहा है। हालांकि दिन में कही से भी बारिश होने के खबर नहीं मिली। ऐसे में बारिश के चलते कई जगहों पर सड़कों में तक पानी भर गया। वहीं बारिश से दिन और रात के तापमान में कमी आई है।

वहीं मौसम विभाग की मानें तो अब हर दिन पांच से सात एमएम बारिश होने का अनुमान है। हालांकि तेज बारिश की दस्तक 15 जून के बाद ही होगी। ऐसे में लोगों को तेज बारिश होने का कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। वहीं मौसम के जानकारों के अनुसार प्रदेश में मानसून का आगमन 20 जून से होगा।

दरअसल मौसम के अचानक यूटर्न लेने से दोपहर बाद शनिवार को सीहोर में तेज बारिश का दौर शुरू हो गया था। सीहोर, आष्टा सहित अन्य जगह यह बारिश रुक-रुककर रात तक बरसती रही थी। भू अभिलेख के अनुसार 24 घंटे में रविवार सुबह आठ बजे तक जिले की औसत बारिश 4.3 एमएम रेकार्ड हुई है।

ऐसे में रविवार, 12 जून को न्यूनतम तापमान 23.5 और अधिकतम 40.2 डिग्री सेल्सियस रेकार्ड हुआ है। वही पश्चिम तरफ से सात किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा दर्ज हुई है। तापमान में कमी आने के बावजूद लोगों को गर्मी, उमस से कोई राहत नहीं मिली है। रविवार को गर्मी, उमस के कारण दिनभर लोग परेशान होते नजर आए।
किस तहसील में कितनी एमएम हुई बारिश-

तहसील : बारिश
सीहोर : 7.0
श्यामपुर : 5.0
आष्टा : 12.0
जावर : 2.0
इछावर : 8.0
नसरुल्लागंज : 00
बुदनी : 00
रेहटी : 00

नोट: भू अभिलेख के अनुसार 24 घंटे में रविवार सुबह 8 बजे तक दर्ज बारिश है।
अभी प्री मानसून की एक्टिविटी चल रही है। इस कारण हर दिन पांच से सात एमएम तक बारिश होने का अनुमान है। मानसून की दस्तक 15 जून के बाद कभी भी हो सकती है।
डॉ. एसएस तोमर, मौसम वैज्ञानिक आरएके कॉलेज सीहोर
यहां अब भी हो रहा इंतजार
वहीं प्रदेश के कई जिलों में बारिश ने इस बार किसानों को असमंजस में डाल दिया है। खेत बोवनी के लिए तैयार है। विदिशा में खाद-बीज की व्यवस्था भी किसान कर रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही। किसानों का कहना है कि जिले में 10 जून से मानसून आ जाता है लेकिन पिछले कुछ दिनों से बादल घिर तो रहे हैं पर बरस नहीं रहे, जबकि गत वर्ष इस समय तक जिले में 98.6 मिमी बारिश हो चुकी थी। खेत पानी से लबालब थे और बोवनी के लिए बारिश के रुकने का इंतजार किया जा रहा था।
किसानों का कहना है कि बारिश के कारण बोवनी का गणित गड़बड़ाया हुआ है। देरी से बोवनी हुई तो उन्हें बीज बदलने की स्थिति बनेगी। धान की बोवनी के लिए किसानों को अच्छी बारिश का इंतजार है। कम बारिश की स्थिति में किसानों का रुख सोयाबीन की बोवनी की तरफ रहेगा।
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