आप पार्टी केजिला सचिव कृष्णपाल सिंह बघेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपनी नि:शुल्क चरण पादुका योजना के तहत बीते कुछ महीनों में 10 लाख आदिवासियों को निशुल्क जूते-चप्पल बांटे हैं। इन जूते चप्पलों से कैंसर जैसी बीमारियां आदिवासियों को हो सकती है। आम आदमी पार्टी ने इस के सबूत भी प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में थाने में जमा कराए है।
उन्होंने बताया कि मामले में चेन्नई स्थित केंद्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान सीएलआरआई ने जब इन जूते चप्पलों की जांच की तो पता चला है कि इन जूते-चप्पलों में स्किन कैंसर पैदा करने वाला खतरनाक रसायन एजेडओ मिला हुआ है। एजेडओ को पर्यावरण मंत्रालय की ओर से पहले ही हानिकारक करार देते हुए प्रतिबंधित किया जा चुका है। इसमें कैंसर पैदा करने वाला हानिकारक रसायन पाया गया है। उन्होंने कहा कि कैंसरकारक रसायन के संबंध में सीएलआरआई की रिपोर्ट 27 जून को ही आ गई थी, लेकिन सरकार की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो कि प्रदेश सरकार की लापरवाही को दर्शाता है।
26 हजार को बांटे है चरण पदुका
वन सरंक्षक रमेश गनावा ने कहा कि चरण पादुका वितरण योजना अन्तर्गत तेन्दुपत्ता संग्राहकों को 26 हजार जूते-चप्पल प्रदान किए गए हैं। उनको सरकार की प्रतिष्ठित संस्थाओं से जांच कराई गई एवं जांच पश्चात समस्त मानकों पर खरा उतरने के पश्चात ही यह सामग्री वितरित की गई है। इनके उपयोग से किसी प्रकार की बीमारी होने की संभावना नहीं है। प्रदेश.सरकार एवं मप्र राज्य लघु वनोपज व्यापार एवं विकास सहाकारी संघ मर्यादित यह जिम्मेदारी लेता है कि प्रदान की गई समस्त सामग्री विशेष कर जूते-चप्पल समस्त मानकों पर खरी उतरी है। इनके उपयोग से किसी प्रकार की बीमार नही होगी। शरारती तत्वों गलत और भ्रामक अफवाह फैला रहे हैं।