परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर डॉक्टर मासूम के इलाज में जुट जाते तो उनके बच्चे की जान बच जाती है। जिला अस्पताल के ओपीडी में सात वर्षीय कपिल ने करीब आधे घंटे तड़पने के बाद अंतिम सांस ली और उनका मासूम बेटा सदा के लिए काफी दूर चला गया।मृतक कपिल के पिता मनीष वर्मा ने बताया कि उसके सात वर्षीय बेटे कपिल को उल्टी दस्त की शिकायत होने पर उपचार के लाया गया था। गुरूवार को करीब एक बजे अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन ड्यूटी के तैनात डॉक्टरों ने उनके बच्चे को देखना ही उचित नहीं समझा। हम डॉक्टरों से बच्चे को शीघ्र इलाज शुरू करने की बात कही, लेकिन डॉक्टर मोबाइल पर ही बातें करने में लगे रहे। करीब आधा घंटे बात करने के बाद उन्होंने बच्चे को देखा और बच्चे को देखने के बाद मौत होने कहते हुए मासूम को घर ले जाने का कह दिया गया।
जिला अस्पताल में मासूम के मौत की जानकारी मिली है। डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही की बात सामने आने पर दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. डीआर अहिरवार, सीएमएचओ
बंगवां के पांच बच्चे फ़ूड पायजिनिंग से बीमाररायसेन।तहसील रायसेन के बंगवां गांव के 5 ब्च्चे फ़ूड पायजिनिंग से बीमार हैं।न बच्चों का इलाज जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती हैं उनका इलाज चल रहा है।