मंडी स्थित एमपी स्टेट एग्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड सेंटर पर सुबह से ही किसान यूरिया लेने पहुंचना शुरू हो गए थे। सुबह 11 बजे उनकी भीड़ केंद्र पर लंबी कतार में बदल गई। किसानों ने बताया कि लंबी लाइन में तीन घंटे तक खड़ा होने के बाद भी सिर्फ एक बोरी यूरिया खाद दिया जा रहा है। यह फसल के हिसाब से काफी कम है। मजबूरी में बाजार से मंहगे भाव में खाद लाकर काम चलाना पड़ेगा। इससे नुकसान उठाना पड़ेगा।
तो खराब हो जाएगी फसल
किसानों ने बताया कि बोवनी के बाद गेहूं फसल में सिंचाई करने से पहले यूरिया की जरूरत लग रही है। यूरिया नहीं मिलने से फसल पीली पड़कर खराब होने लगी है। ऐसे में यूरिया की किल्लत दूर नहीं हुई तो फसल आंखों के सामने ही खराब हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को नसरूल्लागंज की सोसायटी में इसी तरह की भीड़ देखने को मिली थी।
पर्याप्त आ रहा है यूरिया
यूरिया की रैक लगातार आ रही है। बुधवार को भी 2600 एमटी यूरिया आया है, जिसे सोसायटियों में भेजा जा रहा है।
एसएस राजपूत, डीडीए सीहोर