कुछ समय पहले नदी में पुल बनने का काम शुरू हुआ तो नागरिकों को लगा था कि उनकी समस्या दूर होगी। इसे उनकी बदकिस्मती कहे या फिर जिम्मेदारों की लापरवाही कि पुल पूरी तरह से बनकर तैयार होता उससे पहले ही उसका काम बीच में अटक गया है। काम इस तरह बंद हुआ कि दोबारा आज तक शुरू नहीं हो हुआ है। जिससे इस बार बारिश के पूरे चार महीने तक जावर के लोगों ने परेशानी उठाई। वहीं अब सर्दी के मौसम में भी उनकी यह परेशानी इम्तिहान ले रही है।
आस्थाई पुलिया दे रही समस्या
जिम्मेदारों ने पुल के साइड में आस्थाई रूप से मुरम डालकर पुलिया बनाई है। उससे भी भारी वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है। लोगों का कहना है कि इस समस्या को लेकर उनकी तरफ से अफसर-जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है, उसके बावजूद ध्यान नहीं दिया है।