आष्टा टीआई बीडी बीरा ने बताया कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पुराना नकबजन खड़ी हाट निवासी अकरम (25) पिता बन्ने खां चोरी की वारदात में सक्रिय हो गया है। वह अपने साथी नकबजनों के साथ मिलकर आष्टा कस्बे में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है। एसडीओपी के निर्देश पर चोरी की वारदातों को रोकने व नकबजनों को पकडऩे एक टीम का गठन किया गया। इसी दौरान सूचना मिली कि कुख्यात नकबजन का साथी अजहर उर्फ अज्जू चोरी का माल बेचने की फिराक में घुम रहा है। उसे आष्टा से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर उसने अपने साथी अकरम उर्फ लल्लू पिता बन्ने खां के साथ चोरी करना कबूला।
आरोपी अकरम पर थाने में एक दर्जन से अधिक प्रकरण दर्ज है। अज्जू ने अकरम के साथ मिलकर पटवारी कॉलोनी निवासी मोहन मालवीय, लंगापुरा निवासी रईश खां और डॉक्टर माधवी राय के घर नकबजनी कर चोरी करना स्वीकर किया है। पुलिस ने आरोपी अकरम को उसके गांव से पकड़ लिया। उससे चोरी का एक मोबाइन फोन, 15 हजार नकदी, एक सोने का सिक्का, एक जोड़ कान का टॉप्स, एक सोने की अंगूठी, चांदी का पायजेब आदि बरामद किए हैं।
एक को भेजा जेल, दूसरा तीन दिन की रिमांड पर
शनिवार को पुलिस ने आरोप अज्जू को अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया है। वहीं अकरम को तीन दिन की रिमांड पर लिया है। इससे और भी चोरी के मामले में खुलासा हो सकता है। पुलिस आरोपियों के अन्य साथियों की तालाश में जुटी है। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक शिव सिंह कुशवाह, डीएस जादोन, ज्ञान सिंह, आरक्षक अमित, राम बाबू, शिवराज और साइबर सेल के आरक्षक शैलेंद्र तोमर, सुशील साल्वे का सहयोग रहा।
आरोपी अज्जू को चोरी का माल बेचने की फिराक में घुमते हुए पकड़ा है। उसने पूछताछ में अकरम के बारे में बताया। उसे भी पकड़ लिया है। अज्जू को जेल भेज दिया है। वहीं अकरम तीन दिन की रिमांड पर है।
– बीडी बीरा, टीआई आष्टा