इससे हताश होकर उसने जिंदगी को छोडऩेे का मन बना लिया। इसके बाद घर में फांसी का फंदा बनाया और उसके ऊपर झूल गई। जिस समय यह कदम उठाया, उस दौरान कोई नहीं था। छात्रा के माता-पिता रिश्तेदारी में एक बच्चे का स्वास्थ्य खराब होने से उसे देखने सीहोर आए थे। जब वापस परिजन अपने घर लौटे तो उनको नेहा बेसुध अवस्था में मिली। उसे तत्काल जिला अस्पताल सीहोर लेकर आए। डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। पीएम के बाद शव वापस परिजन को सौंप दिया। बुआ रेखा चौहान ने बताया कि सप्लीमेंट्री आने का नेहा को सदमा बैठ गया था।
मृतक छात्रा के हैं दो छोटे भाई-बहन
छात्रा के चाचा अंबाराम ने बताया कि नेहा पढ़ाई लिखाई में अच्छी थी। गांव के ही नूतन स्कूल में पढ़ती थी। इसके पहले कभी भी फेल नही हुई थी। अचानक सोमवार को उसे फेल होने की बात पता चली थी तो उसने तनाव में आकर गलत कदम उठा लिया। छात्रा के दो छोटे भाई-बहन शानू और नैतिक के बारे में भी उसने कुछ नहीं सोचा।
दो विषय में फेल होने पर छात्रा ने खाया जहर
इधर, नसरुल्लागंज थाना क्षेत्र के टीकामोड़ ग्राम पंचायत में दसवीं में फेल होने पर एक छात्रा ने जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। बताया जाता है कि रिजल्ट देख कर छात्रा ने आपा खोने के बाद जहर खा लिया। छात्रा को प्राथमिक उपचार के लिए नसरुल्लागंज स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था, जहां से गंभीर अवस्था में होशंगाबाद के लिए रेफर किया। पुलिस की माने तो टीकामोड़ निवासी किरण बारेला पिता राय सिंह बारेला हाईस्कूल टीकामोड़ की छात्रा है और उसने दसवीं की परीक्षा में दो विषय में फेल होने पर जहर खाकर जान देने की कोशिश की।