कुछ समय पहले तक आष्टा में फल और सब्जी मंडी एसडीओपी कार्यालय के सामने संचालित होती थी। जगह का अभाव होने से इसका स्थान परिवर्तन कर दशहरा मैदान के सामने कर दिया था। यहां पर भी वहीं समस्या होने से व्यापारियों ने कुछ समय पहले अपना विरोध जताकर धरना प्रदर्शन किया था।
सिर्फ आश्वासन मिलता है
व्यापारियों का कहना था कि मंडी में जगह कम है और अन्य सुविधा भी नहीं है। जिससे दिक्कत होती है। इसलिए मंडी के लिए अलग से जगह उपलब्ध कराई जाएं। उनको प्रदर्शन के दौरान अफसर-जनप्रतिनिधियों ने समस्या का निराकरण करने की बजाए सिर्फ आश्वासन ही दिया। यह आश्वासन ऐसा कि अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिसका खामियाजा वर्तमान में व्यापारी, किसान, आमजन, स्कूली बच्चे भुगत रहे हैं।
परिसर फुल सड़क पर लगी लाइन
फल और सब्जी मंडी में पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से प्याज की बंपर आवक हो रही है। इसमें परिसर फुल होने के बाद दशहरा मैदान से अदालत चौराहे तक ट्रैक्टर-ट्राली, पिकअप वाहनों की कतार लग रही है। शुक्रवार को भी ऐसे ही हाल बन गए। सड़क के एक साइड में वाहन खड़े होने से आने जाने वालों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बीच में कुछ देर बनी जाम की स्थिति से आवाजाही भी ठप होती रही।
धूप-बारिश से बचने नहीं कोई सुविधा
मंडी में आवक तेज हुई तो किसानों को गर्मी में धूप और बारिश में गिरते पानी से बचने के लिए टीनशेड तक की सुविधा नहीं है। प्रबंधन को आनन फानन में मार्केटिंग परिसर में वैकल्पिक व्यवस्था करना पड़ती है। ऐसा ही कुछ इस समय हो रहा है। मार्केटिंग परिसर भी छोटा होने से वह जल्द ही भर जाता है और शेष वाहन को किसानों को रोड पर खड़ा करना पड़ता है। किसानों ने बताया कि शासन, प्रशासन और प्रबंधन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। जिससे कि परेशानी कम हो सकें। उल्लेखनीय है कि मंडी में प्रतिदिन काफी संख्या में किसान आते हैं।
अवगत कराया है
मंडी में हमारी तरफ से जितनी सुविधा होना चाहिए उतनी कराई जा रही है। नई मंडी का निर्माण होने के बाद कृषि उपज मंडी के उसमें शिफ्ट की जाएगी। इसके बाद जरूर फल और सब्जी मंडी को पुरानी कृषि उपज मंडी में शिफ्ट किया जा सकता है।
योगेश नागले, सचिव कृषि उपज मंडी आष्टा