जानकारी के मुताबिक हर साल राज्य विज्ञान केन्द्र जबलपुर द्वारा ओलम्पियाड परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा से सिलेक्ट परीक्षार्थियों को फाइनल परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है और इसके बाद सिलेक्ट होने वाले छात्रों को आवार्ड से पुरस्कृत किया जाता है। इस परीक्षा में दो विषय के पेपर होते हैं। 20 जनवरी रविवार को हिन्दी का पेपर हुआ है। जिले में इस परीक्षा के लिए सात परीक्षा केंद्र बनाएं गए थे। इन परीक्षा केंद्रों पर कक्षा 7 व 8वीं के परीक्षार्थी सुबह 9 बजे के बाद से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। परीक्षार्थियों ने जब परीक्षा कें द्र के बाहर सूची में अपना नाम देखा तो दंग रह गए। एक ही नाम व रोल नंबर के विद्यार्थी होने से वह सूची में अपना नाम तलाशते हुए नजर आएं।
जुटना पड़ा पूरे स्टाफ को
एमएलबी स्कूल की प्राचार्य सरीता राठौर ने बताया कि सूची में त्रुटी के चलते इस प्रकार की स्थिति बनी। उनकी स्कूल में बनाएं केंद्र पर सबसे ज्यादा एक नाम व रोल नंबर के बच्चे होने से उनको परीक्षा में बैठाने पूरे स्टाफ को जुटना पड़ा। सूची में परीक्षार्थी का नाम, पिता का नाम, रोल नंबर और मोबाइल नंबर सहित अन्य का मिलान करना पड़ा। उसके बाद ही बच्चे अंदर जाकर परीक्षा दे पाएं।
25 फीसदी से ज्यादा ने नहीं दी परीक्षा
रविवार को सात परीक्षा सेंटर पर आयोजित परीक्षा में करीब चार हजार 081 स्टूडेंट्स को शामिल होना था, लेकिन एक हजार 323 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। इन अनुपस्थित परीक्षार्थियों में कई तो वह हैं जो परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचे तो, लेकिन सूची में नाम नहीं मिलने के कारण बिना परीक्षा लिए ही लौट गए।
परीक्षा केंद्र परीक्षार्थी उपस्थिति अनुपस्थित
शासकीय एमएलबी उमावि सीहोर 523 283 240
शासक बालक उमावि क्रमांक एक सीहोर 738 426 281
शासकी उमावि उत्कृष्ट इछावर 400 308 92
शासकीय उमावि इछावर माडल 501 377 124
शासकीय बालक उमावि आष्टा 1034 773 261
शासकीय बालक उमावि बुदनी 430 256 174
शासकीय बालक उमावि नसरूल्लागंज 455 304 151
कुल विद्यार्थी 4081 2727 1323
वर्जन….
– छात्रों ने जब परीक्षा फार्म जमा किए थे, उस दौरान हो सकता है कि दो बार फार्म जमा हो गए होंगे। उससे भी इस तरह की स्थिति बन सकती है। फिर भी सूची ऊपर आई है वहां से भी त्रुटी हो सकती है।
अनिल श्रीवास्तव, डीपीसी सीहोर