रविवार को दिव्यांग सशक्तिकरण सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की सचिव शकुन्तला डोले गामर्लिन अफसरों के साथ शेरपुर पहुंची और यहां पर संस्थान के लिए शिलान्यास किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीहोर में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान बना रहे हैं, यह एक बहुत बड़ा कदम हैं। देश में वैसे तो बहुत से इंस्ट्रीट्यूट हैं, लेकिन इस क्षेत्र में अभी इतना बढ़ा इंस्ट्रीट्यूट नहीं है। इससे इस क्षेत्र में मेन पावर की कमी दूर होगी।
करीब 175 करोड़ रुपए का खर्चा
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान का निर्माण हाइवे पर मॉडल स्कूल के पास किया जाएगा। इससे सीहोर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। पहले तीन साल में संस्था का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर करीब 179.54 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें 128.54 करोड़ का गैर आवर्ती व्यय और 51 करोड़ रुपए का आवर्ती व्यय शामिल किया गया है।
नौ विभाग का होगा संचालन
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान में 9 विभाग होंगे। यह विभाग पुनर्वास के क्षेत्र में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, स्नातक, स्नातकोत्तर, एम.फिल डिग्री प्रदान करने के लिए 12 पाठ्यक्रम संचालित करेंगे। पांच साल में इस संस्थान में विभिन्न पाठ्यक्रम में 400 से ज्यादा स्टूडेंट्स के प्रवेश लेने का अनुमान है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान मानव संसाधन और मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास के शोध के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में कार्य करेगा।