स्टॉप डैम के गहरीकरण का कार्य नगर पालिका अध्यक्ष अमीदा अरोरा ने खुद मौके पर खड़े होकर शुरू कराया। यहां पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल अरोरा ने कहा कि स्टॉप डैम के गहरीकरण के बाद इसके रखरखाव को लेकर योजना बनाई जाएगी। यह स्टॉप डैम शहर के जल स्त्रोत को रीचार्ज करने में सहायक है। स्टॉप डैम की गहराई कम होने के कारण यहां पर बारिश का पानी रूकने के बजाय सीधे निकल जाता है और जो पानी एकत्रित होता है, वह कुछ दिन बाद ही सूख जाता है।
यहां पर होता है गणेश और दुर्गा प्रतिमा विसर्जन
सीहोर शहर में टाउन हॉल स्थित स्टॉप डेम का महत्व इसलिए भी ज्यादा है, कि यहां पर हर साल गणेश प्रतिमा और नवदुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है। नगर पालिका नवरात्रि और गणेश महोत्सव के अंतिम दिनों में साफ-सफाई कराती है। सुरक्षा के भी इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन स्टॉप डैम की गहराई कम होने के कारण यह बारिश का सीजन खत्म होने के कुछ महीने बाद भी सूख जाता है। इस बार स्टॉप डैम का गहरीकरण कर यहां पर जल संरक्षण की दिशा में एक प्रयास किया जा रहा है।
सहेजा जा सके बारिश का पानी
स्टॉड डैम के गहरीकरण का कार्य 21 मई को जनसहयोग से शुरू किया गया था। स्टॉप डैम गहरीकरण कार्य इसलिए किया जा रहा है ताकि बारिश के पानी को सहेजा जा सके। यह स्टॉप डैम शहर के बीच स्थित है, इसका पानी न केवल जल स्तर को बनाए रखने में सहायक होता है, बल्कि पशु, पक्षियों के लिए भी पीने के काम आता है। इस स्टॉप डैम के एक किनारे पर पिहू-पिहू हब है, जहां रोज हजारों पक्षी दाना-पानी प्राप्त करने के लिए आते हैं। शहर के बुजुर्ग लोग भी यहां सुबह की सैर के साथ पक्षियों को दाना डालने पहुंचते हैं। इस स्टॉप डैम और पीहू-पीहू हब विकसित किया गया है।