पुराने भोपाल इंदौर हाइवे पर पटवारी कॉलोनी से अलीपुर चौराहे तक नगर पालिका कांक्रीटयुक्त पक्का नाला बना रही है। 332 मीटर लंबें इस नाले का कार्य 10 लाख 88 हजार 192 रुपए की लागत से हो रहा है। इसके कार्य की गुणवत्ता शुरूआत में ही उजागर होने लगी है। जिसमें कई जगह सामग्री अपने आप ही नीचे गिर रही है। नाले का घटिया निर्माण होता देख शुक्रवार को स्थानीय लोग आक्रोशित होकर निर्माण स्थल पहुंच गए थे। यहां लोगों ने घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए कार्य बंद करा दिया था। इसके बाद आनन फानन में पहुंचे अफसरों ने निर्माण एजेंसी को ठीक तरह से कार्य करने की हिदायद देकर वापस शुरू कराया था। उसके बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है।
नागरिकों का आरोप की जा रही मनमानी
स्थानीय लोग और दुकानदारों का आरोप है कि निर्माण कार्य में निर्माण एजेंसी मनमानी कर रही है। कार्य में सरिए, सीमेंट और रेत का पर्याप्त उपयोग नहीं किया जा रहा है। रेत के स्थान पर चुरी तक मिलाई जा रही है। वहीं सीमेंट में भी नाममात्र की औपचारिकता पूरी की जा रही है। जिससे नाले के बनने के बाद ही वह ज्यादा दिन चल नहीं पाएगा। नाले का गुणवत्ता पूर्ण तरीके से कार्य नहीं किया तो मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
घर, दु़कान का निकलता है पूरी पानी
पिछले कई समय से पुराने हाइवे के आसपास स्थित करीब 200 मकान और दुकानों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी इसी नाले से होती है। वहीं बारिश में सड़क का पानी भी इसी नाले से होकर प्रमुख स्थान पर पहुंचता है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना महत्वपूर्ण है। लोगों का कहना है कि पहले कच्चे नाले से ठीक तरह से पानी निकासी होने में दिक्कत आ रही थी। अब पक्का बनेगा तो वह भी ठीक तरह से नहीं बना तो समस्या का कारण बनेगा।
काम चालू कराया है
नागरिकों ने शुक्रवार को घटिया निर्माण की बात कहते हुए नाले का काम रूकवाया था। इस संबंध में ठेकेदार को निर्देशित कर काम ठीक से करने की बात कहकर चालू करा दिया है।
देवेंद्रसिंह चौहान, इंजीनियर नगर पालिका आष्टा