गुरूवार को सुबह से ही जिला मुख्यालय पर ज्यादातर दुकानें शत-प्रतिशत बंद रहीं। वहीं अधिकतर स्कूल-कॉलेजों सहित नगर के मेडिकल स्टोर भी बंद रहे। महाबंद के आव्हान पर बाजार में दुकानें बंद रहीं लोग चाय पानी के लिए भी तरसते रहे। बाजार बंद रहने से दिनभर सन्नाटा सा पसरा रहा। सुबह सपाक्स के पदाधिकारी कोतवाली चौराहे पर एकत्रित हो गए थे। सपाक्स के लेागों ने शहर में रैली भी निकाली।
इस दौरान कुछ दुकानदारों द्वारा दुकानें खोल लेने के कारण उनका पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया। नारेबाजी के दौरान एसएसटी एक्ट के संशोधन का विरोध दर्ज भी कराया गया। सपाक्स के इस महाबंद के दौरान पुलिस प्रशासन के अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी अलर्ट रहे। कलेक्टर तरूण कुमार पिथौड़े, एसपी राजेश सिंह चंदेल सहित पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला सतर्क था।
कहीं बंद हो कहीं खुली रही दुकानें
आष्टा/जावर में एससी-एसटी एस्ट्रोसिटी एक्ट के विरोध में आष्टा ब्लॉक में मिला जुला असर देखने को मिला। आष्टा शहर के बस स्टैंड सहित अन्य जगह पर कई दुकान खुली नजर आई तो कई बंद थी। बाद में सवर्ण समाज के लोगों ने रैली निकालकार भारत बंद में अपना सहयोग देने की बात कहीं। इसी प्रकार जावर में ज्यादा बंद का असर नजर आया। जावर के साथ डोडी में भी दुकान बंद थी।
नसरुल्लागंज में ऐतिहासिक बंद
एससी, एसटी एक्ट को लेकर सवर्णों के प्रदेश व्यापी बंद का जिले के नसरुल्लागंज में देखने को मिला। बंद के चलते लोग सुबह से जहां चाय-पान तक को तरसे। वहीं दूसरी ओर पेट्रोल पंप भी बंद होने से वह पेट्रोल-डीजल तक के लिए मोहताज नजर आए।