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सीहोर

अच्छी बारिश के बाद भी 65 प्रतिशत पर अटकी रबी बोवनी, ग्रोथ पर पड़ेगा असर

तीन लाख 94 हजार हेक्टेयर में होनी है रबी की बोवनी…

सीहोरNov 16, 2019 / 12:07 pm

वीरेंद्र शिल्पी

Farming: Percentage of Bovni in Budni Block so far

Sehore. After sowing in the area, fields have started to flow in this way.

सीहोर. जिले में इस साल अच्छी बारिश के बाजवूद रबी सीजन की बोवनी कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका है। यह कार्य 15 नवंबर तक की स्थिति में सिर्फ 65 प्रतिशत ही पहुंचा है।

वहीं बुदनी ब्लॉक में तो इसका प्रतिशत जीरों है। ऐसे में देरी से बोवनी करने वाले किसानों की फसल ग्रोथ पर असर पड़ेगा। वहीं जिन किसानों ने बोवनी कर दी है उनके खेतों में फसल लहलहाने भी लगी है। किसानों को इस बार रबी फसल से काफी उम्मीदें है।
कृषि विभाग ने रबी सीजन साल 2019-20 में जिले में तीन लाख 94 हजार हेक्टेयर का रकबा निर्धारित किया है। जिसमें आधे नवंबर बीतने तक सिर्फ 2 लाख 57 हजार हेक्टेयर में बोवनी हुई है। बोवनी पिछडऩे के पीछे एक मुख्य कारण इस बार लगातार बारिश होना माना जा रहा है।
जबकि हर साल अधिकांश किसान इस समय तक बोवनी से फुरसत हो जाते हैं। ऐसे में यही हाल रहे तो बोवनी कार्य दिसंबर माह तक चलेगा। जिससे इसका सीधा असर फसल की ग्रोथ पर पड़ेगा और अन्य नुकसान हो सकते हैं। इससे किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। बता दे कि पिछले साल रबी का रकबा तीन लाख 60 हजार हेक्टेयर था।
जिसमें दो लाख 45 हजार में गेहूं और एक लाख सात हजार में चने की बोवनी हुई थी। बुदनी ब्लॉक में धान की खेती ज्यादा होती है। कृषि अधिकारियों की माने तो इस क्षेत्र में अभी की स्थिति में बोवनी कार्य शुरू ही नहीं हुआ है। जिससे इस क्षेत्र में तो बोवनी कार्य और ज्यादा पिछड़ सकता है।
आसमान में छाएं रहेंगे बादल, बूंदाबादी होगी
पिछले कई दिनों से मौसम में चल रही उठा पटक का दौर आगे भी जारी रहेगा। आरएके कॉलेज के मौसम वैज्ञानिक एसएस तोमर ने बताया कि 20 नवंबर तक आसमान में बादल छाने के साथ ही कई जगह हल्की बारिश हो सकती है।
इससे रात के तापमान में थोड़ी बढ़त दर्ज की जाएगी। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 18 और अधिकतम 28 डिग्री रेकार्ड किया गया। उल्लेखनीय है कि कई किसान बदलते मौसम से भी चिंतित नजर आ रहे हैं। वह इस कारण भी बोवनी कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
किसान खेतों में कर रहे हैं पलेवा
बारिश थमे हुए कई दिन होने से कई किसानों के खेतों की नमी चली गई है। जिसके चलते वह खेतों में पलेवा कर रहे हैं। इसमें उनको सिर्फ 10 घंटे ही बिजली मिलने से यह कार्य पूरा नहीं हो रहा है। किसानों का कहना है कि बिजली पर्याप्त मिलती है तो कार्य जल्द हो सकता है। किसानों ने बताया कि जितनी बिजली मिल रही है उसमें भी कटौती की जा रही है।
जिले में बोवनी की अभी यह स्थिति
जिले में गेहूं का लक्ष्य 2 लाख 92 हजार हेक्टयेर निर्धारित किया है, जिसमें एक लाख 70 हजार में बोवनी हुई है। वहीं चना 94 हजार में से 82 हजार 70, मसूर 5 हजार में से 2060, मटर 2000 में से 1050 हेक्टेयर में ही बोवनी हुई है। वहीं अन्य फसल का तो आंकड़ा बहुत निचले स्तर पर है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बोवनी कार्य कितना प्रभावित होगा।
कई समय से हर पल मौसम बदल रहा है। इससे बोवनी कार्य नहीं कर पा रहे हैं। बारिश हुई तो बोवनी बिगड़ सकती है। इसके चलते मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।
– राजेंद्रसिंह मेवाड़ा, किसान लसूडिय़ा
अभी कुछ दिन आसमान में बादल छाने के साथ ही हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। जिससे रात के तापमान में थोड़ा इजाफा होगा। उसके बाद जरूर इसमें परिर्वतन हो सकता है।
– एसएस तोमर, मौसम वैज्ञानिक आरएके कॉलेज सीहोर
अभी जिले में रबी सीजन की बोवनी का कार्य चल रहा है। करीब 65 प्रतिशत पूरा भी हो चुका है। बुदनी ब्लॉक में धान की बोवनी होने से जरूर रूका हुआ है, यह भी जल्द पूरा हो जाएगा।
– एसएस राजपूत, डीडीए कृषि विभाग

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