जिले में इस बार 22 उपार्जन केंद्रों पर किसानों से धान खरीदी जाएगी। इसकी शुरुआत 28 नवंबर से होगी और 16 जनवरी तक खरीदी कार्य चलेगा। जिला आपूर्ति विभाग ने धान खरीदी को लेकर अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है।जिससे कि खरीदी के दौरान किसानों को किसी तरह से परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और व्यवस्था बनी रहे। जानकारी के अनुसार 11 हजार 73 किसानों ने उपार्जन केंद्रों पर धान बेचने पंजीयन कराया है। इस बार खरीदी कार्य सोमवार से शुक्रवार पांच दिन ही सुबह आठ से रात आठ बजे तक चलेगा। हालांकि इसमें किसानों को उपज का तौल कराने केंद्र पर तौल पर्ची कटवाने शाम 6 बजे तक का समय रहेगा। इसके बाद किसी किसान की तौल पर्ची नहीं काटी जाएगी।
नार्मल धान 2040 और धान ग्रेड ए 2060 रुपए प्रति क्विंटल
शासन ने इस साल धान का समर्थन मूल्य निर्धारित कर दिया है। नार्मल धान 2040 और धान ग्रेड ए 2060 रुपए प्रति क्विंटल के भाव खरीदी जाएगी। इसका भुगतान सीधे पंजीकृत उन्हीं किसानों के खातों में होगा जिनका खाता आधार से लिंक है। जिला आपूर्ति अधिकारी एसके तिवारी ने बताया कि अभी पंजीकृत 225 किसानों के खाते से आधार लिंक नहीं है। यदि जल्द खाते से आधार लिंक नहीं हुआ तो उपज बेचने के बाद भुगतान में समस्या आएगी।
इन क्षेत्रों में लगाई गई है धान
बुदनी, रेहटी क्षेत्र के सबसे अधिक किसान धान की खेती करते हैं। कृषि विभाग की मानें तो मोटे धान की 20 से 25 क्विंटल और बासमती की 15 से 16 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से पैदावार होती है। मोटे धान को समर्थन मूल्य केंद्र पर खरीदा जाता है, जबकि बासमती को कई कंपनियां और बाहरी लोग सीधे खरीदकर ले जाते हैं। वहीं, कुछ किसान मंडी ले जाकर भी बेचते हैं। किसानों को बासमाती धान का ज्यादा भाव मिलने से अच्छा मुनाफा होता है।
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इस साल 22 केंद्रों पर धान की खरीदी होगी। इसकी शुरुआत 28 नवंबर से होगी और 16 जनवरी तक चलेगी। हमारी तरफ से धान खरीदी को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
-एसके तिवारी, जिला आपूर्ति अधिकारी सीहोर