संविदा स्वास्थ्य संघ के अध्यक्ष तरुण राठौर ने कहा कि शासन पिछले कई सालों से उनके साथ अन्याय कर रहा है। अप्रेजल के नाम पर महिला कर्मियों का शारीरिक मानसिक एवं आर्थिक शोषण किया जा रहा है। शुक्रवार को संविदा कर्मचारियों ने परमानेंट करने अपने विरोध का अजब तरीका निकाला। कर्मचारियों ने अपना ब्लड निकालकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित पोस्ट कार्ड लिखे गए। जिसमें कर्मचारियों को परमानेंट करने सहित अन्य मांगों को रखा गया।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने खून से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के नाम पत्र खिलकर और संदेश लिखकर पहुंचाएं। इस दौरान महिला स्वास्थ्यकर्मियों ने लिखा कि प्रमुख सचिव महिला कमिश्नर, फिर क्यूं महिलाएं संविदा पर क्यों। बाल बिहार मैदान पर करीब ४५० कर्मचारियों ने अपने रक्त से पोस्ट कार्ड लिखे गए।
हड़ताल पर उपस्थितों में दीनू शर्मा, महाराज सिंह, ज्योति ठाकुर, मनीष दुबे, रजनी सागर, कमला, सुनीता पटेल, लक्ष्मी धामरे, ऊषा शाकय आरती वर्मा, अनीता भरोलीया, श्रद्धा नागपुरे, व्रंदना राठौर, रजनी डोंगरे, रेखा तोमर, कुमुद चौहान, अनीता पठारे, आरती वराठे ,रजनी मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल थीं।
हड़ताल का यह दिख रहा असर
-जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मियो के हडताल पर जाने से नवजात शिशुओं की जंाच इलाज ओर देखभाल बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
-सरदार वल्लभ भाई औषधि वितरण योजना (दवाई वितरण) इस इकाई के तहत पूरे जिले मे दवा वितरण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
-एड्स नियंत्रण कार्यक्रम-इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत कर्मचारियों के हडताल पर होने से जिले मे एड्स के मरीजों की जंाच,उपचार व दवा वितरण पूरी तरह से प्रभावित है।
-क्षय नियंत्रण कार्यक्रम (टीबी)-हड़ताल के कारण पुन: रिक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से मरीजो की सीबी नॉट जंाच, मरीजों का पंजीयन, काउंसलिग, उपचार टीबी मरीजों को दवा वितरण बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
-नर्सिंग विभाग-जिले की संविदा नर्सो एएनएम, स्टॉफ नर्सो के हड़ताल पर होने से टीकाकरण, एसएनसीयू, लेबर रुम, कुपोषित बच्चो की काउंसलिंग एवं एएनएम द्वारा किए जाने वाले दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य प्रभावित हो गए है।
-रिपोर्टिंग कार्य-जिले के संविदा डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों के हड़ताल पर होने से स्वास्थ्य सेवाओ की रिपोर्टिंग कार्य बुरी तरह से ठप हो गया है।
-महिला स्वास्थ्य शिविर-दिनंाक 08 मार्च से प्रारंभ होने वाले महिला स्वास्थ्य शिविर की तारीख आगे बढ़ा दी गई है।