उसके बाद से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आकर सर्वे करने में जुटी है। इसमें कुछ दिन पहले १३ संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर भोपाल हमीदिया लैब भेजा था। इसमें चार मरीज पॉजीटिव मिले थे। उसके बाद से ही स्वास्यि विभाग एएनएम आदि के साथ सर्वे करने में जुटा है। इसमें स्वाइन फ्लू मरीजों की देखरेख करने के साथ उनके परिजन की जांच की जा रही है।
सर्वे में फिर सामने आए मरीज
सर्वे में एक बडिय़ाखेड़ी, एक कोतवाली और एक कस्बे में फिर से स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीज निकलकर सामने आए हैं। जिनके सैंपल लेकर विभाग ने जांच के लिए भोपाल भेजा है। वहीं विभाग ने एतिहात के तौर पर यहां टीम को ज्यादा निगरानी करने की भी बात कही है। साथ में यह भी कहा कि मरीज के परिजन का भी वह फॉलोप ले। जिससेे कि यह वाइरस उनको गिरफ्त में नहीं ले सकें। वहीं वाइयर आगे फैलने से भी बच सकें।
विभाग जारी कर चुका है अलर्ट
स्वाथ्य विभाग भी इसे लेकर अलर्ट जारी कर चुका है। विभाग ने बताया कि मौसम में आए परिवर्तन और स्वाइन फ्लू मरीज के संपर्क में आने से इन्फ्लूएन्जा एच1 एन1 के फैलने की संभावना बन रही है। इससे बचने के लिए जागरूक होकर सुरक्षित रहे। बीमार हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर जांच कराकर उचित इलाज कराएं। उल्लेखनीय है कि स्वाइन फ्लू का वाइरस सबसे खतरनाक माना गया है। इसमें मरीजों की जान जाने तक की संभावना बनी रहती है। जिस तरह से जिले में इसके एक के बाद एक मरीज निकलकर सामने आ रहे हैं, उससे स्वास्थ्य महकमा हरकत में है तो दूसरी तरफ आमजन में भी भय की स्थिति पैदा हो गई है।
कैसे करे स्वाइन फ्लू की पहचान
– स्वाइन फ्लू में १०० डिग्री से ज्यादा का बुखार आना आम बात है।
– सांस लेने में तकलीफ
– नाक से पानी बहना
– भूख नहीं लगना
– गले में जलन
– शरीर में दर्द
– सिरदर्द
क्या करें उपाय
– फ्लू का असर शरीर पर तब सबसे ज्यादा होता है, जब आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो।
– स्वाइन फ्लू से वैसे ही बचा जा सकता है, जैसे हम साधारण फ्लू या सर्दी जुकाम से बचते हैं।
– ऐसे में कुछ घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
– डॉक्टर की बताई सवाधानी अपनाएं।
– रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उपाय करें।
सर्वे कर रहे हैं
हमारी तरफ से स्वाइन फ्लू को लेकर सर्वे किया जा रहा है। जितने मरीज मिले हैं उनका फॉलोप लेने के साथ ही परिजन की भी जांच की जा रही है। तीन संदिग्ध मरीजों के और सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।
डॉ. आरके वर्मा, स्वाइन फ्लू इंचार्ज सीहोर