जियो टैगिंग के सात दिन बाद मिलेगी किश्त
नगर पालिका की तरफ से प्रधानमंत्री आवास योजना के सिस्टम को ठीक करने के लिए नगर पालिका में एक हेल्प डेस्क बनाई जा रही है। नगर पालिका अब हितग्राही का चेहरा देखकर नहीं, बल्कि जियो टैगिंग के आधार पर किश्त की राशि रिलीज करेगी। नगर पालिका के अफसरों का तर्क है कि हितग्राही नगर पालिका की हेल्प डेस्क में जियो टैगिंग के लिए आवेदन करें, नगर पालिका जियो ट्रैगिंग के बाद सात दिन में आवास की किश्त हितग्राही के खाते में जमा कराएगी।
प्रभारी मंत्री के पास भी सबसे ज्यादा आवास की शिकायत
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले एक बार प्रभारी मंत्री आरिफ अकील ने कलेक्ट्रेट में चौपाल लगाई थी। इस चौपाल में सबसे ज्यादा शिकायत प्रधानमंत्री आवास योजना की समय पर किश्त नहीं मिलने और बीपीएल सूची से नाम कटने की मिलीं थी। प्रभारी मंत्री ने नगर पालिका के अफसरों को सिस्टम ठीक करने के आदेश दिए थे, लेकिन उस समय सिस्टम में कोई सुधार नहीं हो सका। अब नगर पालिका फिर से एक बार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिल रहीं शिकायतों का निराकरण करने की कवायद कर रही है।
भुगतान1254 | हितग्राही किश्त50000 | राशि62700000 |
पहली किश्त 35 40000 1400000
पहली किश्त 180 100000 18000000
पहली किश्त 52 100000 5200000
दूसरी किश्त 1254 50000 5200000
दूसरी किश्त 33 60000 1980000
दूसरी किश्त 139 100000 13900000
तीसरी किश्त 1245 100000 124500000
चौथी किश्त 725 50000 36250000
(नोट- 120 हितग्राहियों की अंतिम किश्त का भुगतान कार्रवाई में है)
– नगर पालिका में अभी तक प्रधानमंत्री आवास की किश्त सिस्टम से रिलीज नहीं हो रहीं थी, अब सिस्टम को ठीक किया गया है। इसके लिए एक हेल्प लाइन डेस्क बनाई है। जियो टैगिंग के आधार पर राशि रिलीज की जाएगी। -अमरसत्य गुप्ता, सीएमओ नगर पालिका सीहोर