होंगे हवन पूजन कन्या भोजन
सिवनी•Oct 05, 2019 / 11:45 am•
santosh dubey
कलबोड़ी मंदिर में जगमगा रहे 309 ज्योति कलश
मोहगांव/सिवनी. जबलपुर-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग सात जिला सिवनी नगर सीमा से नागपुर की ओर 15 किमी की दूरी पर स्थित श्रीमां ज्वाला देवी सिद्ध पीठ कलबोड़ी मंदिर में शारदेय नवरात्रि महोत्सव के पावन पर्व पर सिवनी, छिंदवाड़ा, भोपाल, नागपुर, मुंबई, भंडारा, बालाघाट, गोंदिया, रायपुर, मंडला, भिलाई, जबलपुर, रीवा, दिल्ली, हाथरस, इलाहबाद, नासिक, राजस्थान, नरसिंहपुर, कटनी, लखनऊ, फैजाबाद अयोध्या जम्मू कश्मीर, कोटा एवं नेपाल सहित 20 जिलों की 309 अखंड ज्योति मनोकामना कलशों की स्थापना की गई है।
मंदिर समिति के राजकुमार चौरसिया ने बताया कि छह अक्टूबर को अष्टमी के दिन हवन पूजन कन्या भोजन व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। वहीं सात अक्टूबर को जवारे कलश विसर्जन पूर्व ब्रम्हलीन रतनलाल बाबा द्वारा विगत कई वर्षों से देवी की भक्ति से जो परम्परा कार्यक्रमों की एक नींव डाली गई थी उन सभी कार्यक्रमों को अब वर्तमान समय में उनके शिष्य दुर्गादासनंद बाबाजी द्वारा ठीक उसी तरह निवहन करते हुए मां ज्वाला देवी की पूजन कर बबूल के कांटे से बनी आसन पर बैठकर डेढ़ घंटे की ध्यान योग एवं मौन आसन करेंगे। उनके ही बगल में 38 वर्षीय युवक द्वारा खीले की चौरंग पर बैठकर ध्यान योग एवं मौन आसन लेंगे। उसी शुभ अवसर पर माताजी की कृपा से जन्म लिए संतानों का मुंडन संस्कार पालना होगा तथा दुर्गादासानंद बाबा द्वारा खीले की चौरंग पर बैठक 11 प्रकार की ध्यानाकर्षण योग एवं मौनआसन माताजी के चरणो में लेकर कपूर एवं फूलबत्तियों से बना जलता खप्पर अपने पेट पर एवं दोनो हाथों में रखने का अद्भुत प्रदर्शन एक हाथ से वहीं जलता खप्पर एवं दूजे हाथ में खडग़ लेकर अपने गुरुदेव की प्रतिमा के चरण स्पर्श कर सांकेतिक रूप से उनकी भक्ति एवं आशीर्वाद अर्जित कर कुंड की पूजन उपरांत कढ़ाई में सवार लीटर तेल गरम कर माती को भोग लगाने के लिए अपने हाथों से पुड़ी निकालेंगे वहीं खौलते तेल में अपने केशों को डुबा तेल स्थान तथा शेष बचे हुए तेल को रोगी दुखी पीडि़त जीवो को वितरित करेंगे।
कार्यक्रम के पश्चात कलशों एवं जवारों की पूजन अर्चना पश्चात शोभायात्रा निकलेगी जो राममंदिर पहुंचकर बजरंग दादा के दरबार पहुंच कलशों एवं जवारों का विषय होगा। कलश रखने वाली माता बहनों को एक-एक ब्लाऊस पीस के साथ सुहाग चिन्ह वितरण किया जाएगी।