मशीनों से मॉस्च्यर जांच कर लिए गए धान गोदाम में पहुंचने के बाद रिजेक्ट हो रहे हैं। सिवनी से छिंदवाड़ा भेजे गए करीब 3863 मीट्रिक टन धान को रिजेक्ट कर दिया गया है। अब इसे सुधारने की जिम्मेदारी केन्द्र प्रबंधकों दी गई है। इसके लिए तीन दिवस का समय दिया गया है। इसकी पुष्टि नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक ललित झारिया ने की है।
आकड़ों पर गौर करें तो जिलेभर के करीब 40132 किसानों ने 2235493.91 क्विंटल धान बेचा है। इन किसानों को 4057421442.97 रुपए का भुगतान किया जाना है। संबंधित अधिकारियों का दावा है कि अब तक 36872 किसानों को 3268340851 रुपए का भुगतान कर दिया गया है। वर्तमान में 3260 किसानों को भुगतान किया जाना है। वर्तमान में खरीदी केन्द्रों पर 105812.25 क्विंटल धान पड़े हैं, जिनका परिवहन होना शेष है। परिवहन की गति धीमी बताई जा रही है। 60 ट्रकों से सोमवार को परिवहन का दावा किया गया है। प्रति ट्रक 200 क्विंटल धान का परिवहन किए जाने की बात बताई गई है।
नागरिक आपूर्ति निगम के अनुसार सिवनी से छिंदवाड़ा भेजे गए 3863 मीट्रिक टन धान रिजेक्ट हुए है। इन धानों को सुधारने के लिए समिति प्रबंधकों को तीन दिवस का समय दिया गया है। बारिश में धान भीगने की वजह से धान रिजेक्ट होने की बात बताई जा रही है।
ओपेन केप कारीरात में 900 बोरी धान रिजेक्ट
ओपेन केप कारीरात में 22 हजार मीट्रिक धान के 192 स्टेग बनाए गए हैं। इसकी देखरेख के लिए सात कर्मचारी दिन में और आठ कर्मचारियों की रात में ड्यूटी लगाई गई है। केप में रखे कुछ स्टेग के धान खराब होने लगे हैं। केप में मौजूद सुनील ने बताया कि जो धान खराब दिख रहे हैं। वे रिजेक्ट हो चुके हैं। यहां पर रखे गए करीब 900 बोरी धान रिजेक्ट हुए हैं।