कलेक्टर के निर्देश पर सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने अधीनस्थ के ग्रामों का दौरा कर लोगों की आवश्यक जरुरत की चीजों का भी ध्यान रख रहे हैं। यदि किसी को किसी आवश्यक सामाल की जरुरत महसूस हो रही है तो उसे पहुंचाया जा रहा है।
शासन ने जिले के बाहर फंसे मजदूरों को घर पहुंचने का फरमान जारी कर दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन बाहर से आ रहे मजदूरों को उपचार के बाद उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से की जा रही व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। अब भी बड़ी संख्या में लोग पैदल अपने गंतव्य की ओर पहुंच रहे हैं। उधर जिला प्रशासन का दावा है कि जिले में प्रवेश के लिए बनाए गए सभी नौ चेकपोस्ट पर वाहन की व्यवस्था कराई गई है। चेकपोस्ट पर आने वाले मजदूरों को वाहन से भेजा जा रहा है।
जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बनाए गए संक्रमाक ओपीडी में शनिवार को सैकड़ों की संख्या में मजदूर पहुंचे। यहां पहुंचे मजदूरों सोशल डिस्टेंस मेंटन कर लाइन में खड़े दिखे। इसके पूर्व ओपीडी में सोशल डिस्टेंस मेंटन नहीं करने संबंधित ‘पत्रिकाÓ में खबर प्रकाशित किए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे की नींद खुली और चूना डालकर यह व्यवस्था कराई गई। ओपीडी में जांच कराने के लिए लाइन में खड़े कुछ मजदूरों ने प्रशासन की ओर से कराए गए वाहन की व्यवस्था से आने की बात बताई तो कई ने पैदल सिवनी पहुंचने की बात बताई।
जिले में शनिवार को भी बड़ी संख्या में पैदल मजदूरों के आने का क्रम जारी रहा।
जिले के लखनादौन निवासी एक मजदूर 20 दिन में शुक्रवार की रात को सिवनी पहुंचा। उसने बताया कि वह लखनादौन जाएगा। उसे भूख लगी थी। रात में समाजसेवियों ने उसके लिए खाने की व्यवस्था कराई। पैदल चलने से उसके पैर सूज गए थे। उसने जूता निकालकर हाथ में रख लिया था। शुक्रवार व शनिवार को शहर के नागरिकों ने ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों और पैदल आने वाले मजदूरों को चाय पिलाया।
सिवनी. जिलेभर में कफ्र्यू व लॉकडाउन की वजह से लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। सड़कों पर सियापा पसरा है। प्रमुख स्थानों पर भी कोई नहीं दिख रहा है। मंदिर-मस्जिद सूने पड़े हैं। कलेक्टर प्रवीण सिंह व पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने शहर का जायजा लिया।
शहर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर व एसपी ने ड्यूटीरत पुलिस व अन्य प्रशासिकन अधिकारियों/कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया। उनकी समस्याओं के संबंध में पूछा। किसी भी सूरत में लॉक डाउन की अनावश्यक रूप से अवहेलना करने वाले को नहीं बख्शने का निर्देश दिए। कलेक्टर व एसपी ने शुक्रवार को खवासा बार्डर पर पहुंचकर स्थिति का जानकरी ली। प्रतिदिन कितने मजदूर आ रहे हैं। उनको चेकअप हो रहा है या नहीं। उनको गंतव्य तक पहुंचाने के लिए किए गए इंतजाम व्यवस्थित है या नहीं इसकी जानकारी लिए। इसके बाद संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए।