मिलावटी मिठाई न बेचें दुकानदार, सावधान रहें लोग
रक्षाबंधन पर्व के मद्देनजर मां रेवा समिति ने कहा
सिवनी. त्योहारों में प्राय: यह देखा जाता है कि अधिक कमाई करने के लालच में कतिपय दुकानदारों द्वारा अपमिश्रित एवं अमानक मिठाईयां आदि का विक्रय किया जाता है। यह खाद्य सामग्री मानव स्वास्थ के लिए हानिकारक होती है। ऐसे में दुकानदारों को मिलावट न करने और लोगों को सावधान रहने की उम्मीद मां रेवा ग्रामोत्थान समिति ने जाहिर की है।
समिति के पदाधिकारी व सदस्यों द्वारा मिष्ठान विक्रेताओं से कहा गया कि मानव स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अशुद्घ एवं अमानक मिष्ठानों का विक्रय न करें। गौरतलब है कि हाल ही के दिनों में जिले की टीम ने मिष्ठान दुकानों में जांच कर कई किलो अमानक मिठाई व अन्य सामग्री नष्ट की है।
समिति के सदस्य राधेश्याम बंदेवार, अशोक कुमार, दिलीप, रवीन्द्र व अन्य सदस्यों ने जनमानस के हित एवं उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों से कहा है कि वे होटल एवं मिठाइयों की दुकान में अपमिश्रित, दूषित एवं खुले पदार्थों का विक्रय न करें। खोवा विके्रताओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि खोवा में स्टार्च आदि नही होना चाहिए। मिठाईयों में सिंथेटिक रंग, शक्कर के स्थान पर सेक्रिन, बेसन के लिए सस्ते के चक्कर में लखोड़ी, बटरा, तेवड़ा की दाल का उपयोग कतई न करे, क्योंकि इसके सेवन से पेट संबंधी विभिन्न बिमारियों का खतरा बना रहता है।
मिष्ठान विक्रेताओं से कहा है कि वे भारतीय मानक आईएसआई प्रमाणित चिन्ह वालीे खाद्य पदार्थ ही विक्रय करें। पैकेट में छपे रेट से अधिक रेट मे कोई भी सामग्री नही बेचें। विक्रय मूल्य से अधिक कीमत लेना पैकेज कानून का उल्लंघन है। खरीददार को क्रय की गई सामग्री का कैश मैमो भी अवश्य देवें। मिठाईयों को डिब्बे सहित न तौलें साथ ही स्थानीय तौर पैक करने वाले नमकीनों एव अन्य पैकेटों में विनिर्माता, पैकर के प्रतिष्ठान का नाम, शुद्घ मात्रा, विक्रय मूल्य एवं पैकिंग की तारीख दर्शाने वाली सूचना को अवश्य दर्शायें। समिति ने उपभोक्ताओं से भी आग्रह किया है कि ठगी से बचने के लिए लाइसेंस प्राप्त विके्रताओं से ही मिठाईयां खरीदें।