पांच दिन से ज्यादा पानी जमा नहीं करने की दी सलाह
सिवनी•Jul 02, 2018 / 11:32 am•
santosh dubey
चिकनगुनिया प्रभावित गांवों में लार्वा विनिष्टीकरण पूर्ण
सिवनी. विकासखण्ड छपारा के ग्राम मोठार समेत आसपास के अन्य गांवों में चिकनगुनिया बीमारी से ग्रसित मरीजों के पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लगातार गांवों के घर-घर लार्वा सर्वे व विनिष्टिकरण कार्य किया। एमपीडब्ल्यू की टीम द्वारा अभी तक ग्राम मोठार में 143 ग्राम दुकली में 137 ग्राम बांकी में 296 और संघई में 116 घरो का सर्वे किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केसी मेशराम ने बताया कि भोपाल से आए राज्य कीट वैज्ञानिक डॉ. एमएन माहुलिया, जो 29 जून को भोपाल प्रस्थान करने वाले थे उन्हें राज्य स्तर से रोक दिया गया है तथा क्षेत्र में लार्वा विनिष्ट्रिीकरण और लोगों को समझाइश देने कार्य निरन्तर जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि रुके हुए पानी में ही मच्छर के लार्वा पनपते हैं। भोपाल से आए दल द्वारा स्कूल आंगनबाड़ी एवं मोहल्ले-टोलों में लोगो को एकत्रित कर एक ही जगह में पांच दिन से ज्यादा पानी एकत्रित नही होने देने की सलाह दी है।
डॉक्टरों ने बताया कि रुके हुए पानी में ही मच्छर के लार्वा पनपते हैं। 38 एमपीडब्ल्यू की गठित टीम द्वारा अभी तक ग्राम मोठार में 143 ग्राम दुकली में 137 ग्राम बांकी में 296 और संघई में 116 घरो का सर्वे किया गया। जिसमें मोठार में 15 दुकली में 23 बांकी में 91 संघई में 14 घरो में मच्छर के लार्वा पाए गए। सबसे ज्यादा बांकी के लोगों को समझाइश दी जा रही है क्योंकि वहां पर 91 घरों में रुके हुए पानी पर मच्छर के लार्वा पाए गए हैं। सभी लार्वा को नष्ट कर दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केसी मेशराम ने नागरिकों से कहा है कि बरसात के मौसम में खासकर यह ध्यान देवे कि अपने आस-पास के स्थान में कही भी पांच दिवस से अधिक एक ही स्थान में पानी एकत्रित न हो ऐसे पानी को या तो निकाल कर बहा देवे या उस स्थान पर मिट्टी का तेल और टेमोपास दवाई को डाले जिससे वहां मच्छर के लार्वा न पनपने पाए।