एसडीएम ने कार्रवाई के लिए भेजा प्रतिवेदन
सिवनी•Jul 22, 2018 / 12:15 pm•
santosh dubey
लापरवाह अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग
सिवनी. आदिवासी अंचल घंसौर के अंर्तगत आने वाले ग्राम सरोरा में निर्माणाधीन बांध पहली बरसात में ही फूट जाने के बाद इस कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला पंजीबद्ध किए जाने की मांग ग्रामवासियों, किसानों ने की है।
ग्रामवासियों ने बताया कि सरोरा जलाशय फूटने के मामले में सीधे तौर पर कामकाज देख रहे विभाग के अधिकारियों, ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के उप संभागीय कार्यालय घंसौर में पदस्थ एसडीओ, उपयंत्री के खिलाफ आपराधिक मामला पंजीबद्ध करने की मांग की है।
ग्रामवासियों ने बताया कि जलाशय की पार कमजोर होने की जानकारी विभाग के तकनीकी अमले को होने के बावजूद भारी मात्रा में जलाशय के भीतर पानी भरने दिया गया। कहा जा रहा है कि विभाग के जिम्मेदारों का यह कदम ना केवल लोगों की जान को जोखिम में डालने वाला था। बल्कि किसानों की अचल संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया है।
ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए विभाग के कर्ताधर्ताओं के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के अलावा आपराधिक मामला दर्ज किया जाए जिससे भविष्य में इस तरह की लापरवाही की पुनरावृत्ति ना हो। वहीं जलाशय की पार बहने के बाद मामले में लीपा-पोती करने के आरोप पीडि़त किसानों द्वारा लगाए जा रहे हैं। वहीं इस लापरवाही पर पर्दा डालने की बजाय उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग राजनीतिक दलों के अलावा किसान संगठनों द्वारा उठाई जा रही है।
क्षेत्र के ग्रामवासियों ने बताया कि विगत 16 जुलाई की आधी रात को लगातार बारिश के पानी से लबालब भरे सरोरा जलाशय की पार का बीचो बीच लगभग 100 फीट चौड़ा हिस्सा पानी के साथ बह गया। जिससे जलाशय के नीचे लगभग एक किलोमीटर दूर तक सैकड़ों एकड़ भूमि मुरम पत्थर की चादर बिछ गई। किसान धान की रोपाई की तैयारियों में जुटे हुए थे, जबकि कई हिस्सों में बोनी भी हो चुकी थी। मुरम पत्थर की चादर बिछने की वजह से बारिश के मौसम में इसे खेत से हटवाना किसानों के लिए संभव नहीं हो पा रहा है। आरोप लगाया जा रहा है कि जलाशय निर्माण का ठेका लेने वाली कंपनी के साथ कथित सांठगांठ कर घटिया स्तर का निर्माण कराया जा रहा है। हालांकि निर्माण कार्य अब तक अधूरा है।
विभाग के अधिकारी, उपयंत्री के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा गया है। कार्रवाई वहीं होगी।
रजनी वर्मा, एसडीएम, घंसौर