15 जून को अनिवार्य रूप से प्रत्येक सरकारी विद्यालय में शाला प्रबंधन और विकास समिति की बैठक के साथ विशेष बालसभा का आयोजन किया जाएगा। इन सभाओं में बच्चों की नियमित उपस्थिति, दक्षता उन्नयन और पाठ्य-पुस्तकों के वितरण के संबंध में अनिवार्य रूप से चर्चा की जाएगी। प्रत्येक सरकारी विद्यालय में 18 जून को महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के मौके पर देश के जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दिन प्रत्येक शासकीय विद्यालय में भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों तथा सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों को विद्यालय में आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
स्कूल चले अभियान के दूसरे चरण में 20 जून को प्रत्येक शासकीय विद्यालय में उन पूर्व छात्रों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा, जो समाज में सक्रिय रहकर राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हंै। ऐसे व्यक्तियों और छात्रों के साथ परस्पर संवाद कायम करवाया जाएगा। जिससे स्कूल के छात्र प्रोत्साहित हो सकेंगे। 22 जून को पालक सम्मेलन का आयोजन प्रत्येक सरकारी विद्यालय में करने के लिए कहा गया है। इस सम्मेलन में विद्यार्थियों के माता-पिता को आमंत्रित किया जाएगा। सम्मेलन में ऐसे वॉलेंटियर्स की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, जो स्कूल शिक्षा विभाग के मिल बांचे कार्यक्रम, प्रणाम पाठशाला और अन्य गतिविधियों में सक्रिय रूप से जुडक़र सहयोग करते हैं।
जारी निर्देश में कहा गया है कि 15 से 30 जून तक जिले के प्रत्येक सरकारी विद्यालय में कम से कम एक कालखण्ड में खेल-कूद, साहित्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन करने के लिए कहा गया है। निर्देश में यह भी कहा गया है कि प्रत्येक सरकारी शाला भवन और छात्रावास में सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इनमें सामुदायिक सहभागिता भी रहेगी। इसके साथ ही पन्नी बीनने वाले, बेघर, अनाथ बच्चों के लिए संचालित सरकारी छात्रावासों में बच्चों का शत-प्रतिशत प्रवेश तय करने के लिए कहा गया है।