गुरू गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पांव…
सिवनीPublished: Sep 06, 2017 03:38:00 pm
संस्था की छात्राओं द्वारा गुरूवंदना की गई।
सिवनी. शहर के भैरोगंज स्थित उत्कृष्ट विद्यालय में मंंगलवार को शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसकी शुरुआत मां सरस्वती व राधाकृष्णनजी के चित्र के सम्मुख पूजन के साथ हुआ। संस्था प्राचार्य आरपी बोरकर ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। संस्था की छात्राओं द्वारा गुरूवंदना की गई।
मुख्य अतिथि नरेश दिवाकर ने कहा कि शिक्षक के सम्मान में जितना लिखा-पढ़ा जाए वो कम है। भगवान के अगर दर्शन करने हो तो शिक्षक में कर सकते है। भाजपा जिलाध्यक्ष नीता पटेरिया ने कहा कि शिक्षक के लिए आज की परिस्थिति में काम करना कठिन हो गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष मीना बिसेन ने कहा कि महिलाओं को बराबरी में खड़ा करने का श्रेय गुरूजी को है। नपाध्यक्ष आरती शुक्ला ने कहा कि विद्यालयों में सुविधाओं की ओर प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए। कार्यक्रम के मार्गदर्शक कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने विचारों को गुरू गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पांव… से जोड़कर बताया। जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल ने कहा कि शिक्षक का सम्मान आज भी सर्वोपरी है।
जिले के प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों के प्रमुखों को सम्मान पत्र दिए गए। खेल के क्षेत्र में अग्रणी एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत की ओर से तकनीकि अधिकारी के दायित्वों का निर्वहन करने वाले देवेन्द्र ठाकुर पीटीआई शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सिवनी व खेल एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में कार्य करने पर संदीप मिश्रा पीटीआई धारनाकला को व स्काउट व एनएसएस के लिए विजय शुक्ला को भी सम्मान पत्र प्रदान किए गए।
मंच संचालन प्रभात मिश्रा एवं संदीप मिश्रा द्वारा किया गया।
शिक्षक दिवस पर भूतपूर्व शिक्षकों का सम्मान
शिक्षक और विद्यार्थी के बीच मिट्टी ओर शिल्पकार जैसा संबंध होता है। इस प्रकार एक कुम्हार मिट्टी को मूर्तरूप देकर अनेक आकर्षक और उपयोगी सामग्री तैयार करता है। उसी तरह शिक्षक भी अपने शिष्यों को एक अच्छा नागरिक बनाता है। यह बात सेवानिवृत्त शिक्षक आरके जैन ने मिशन बालक उमा विद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम के दौैरान कही।
शिक्षक दिवस पर शाला के छात्र-छात्राओं ने सेवानिवृत्त एवं वर्तमान शिक्षकों का सम्मान किया। कार्यक्रम की शुरुआत सेवानिवृत्त प्राचार्य एसके जैन, सेवानिवृत्त शिक्षक जीएस ठाकुर एवं आरके जैन ने दीप प्रज्जवलन व मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यर्पण कर किया।
कार्यक्रम के अंतर्गत शाला के प्राचार्य अजय प्रभाकर ढवले ने उपस्थित समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं से अध्यापन कार्य में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर छात्रों में अध्ययन करने की रूचि उत्पन्न करने का प्रयास करे तथा छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास करने में यथाशक्ति योगदान दें। शाला के व्याख्याता अमर बी सिंह द्वारा अपने उदबोधन में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के जीवन तथा व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राधाकृष्णनन बहुत ही हाजिर जवाब थे। संचालन कक्षा १२वीं के छात्र सुरेन्द्र डहेरिया व दीपक कुल्हाड़े ने किया।