करंट लगाकर करते थे शिकार, जीआई तार, खूंटियां, टार्च, कुल्हाड़ी, सब्बल जप्त
सिवनी•Aug 28, 2018 / 01:27 pm•
santosh dubey
पेंच टाइगर रिजर्व के शिकारी गिरफ्तार
सिवनी. पेंच पार्क में वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर करोड़ों का बजट व होने के बावजूद भी शिकार हो रहे हैं। टाइगरों की मौत के मामले में आपसी संघर्ष की बात कही जाती है लेकिन बिजली के तार बिछाकर व अन्य तरीकों से वन्य जीवों का शिकार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में पकड़ाए गए दो शिकारियों से पेंच की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है।
क्षेत्र संचालक विक्रम सिंह परिहार एवं संयुक्त संचालक आशीष बंसोड के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में की गई कार्रवाई के तहत शनिवार को मुखबिर से यह सूचना प्राप्त होने पर कि ग्राम परासपानी का एक आदतन अपराधी मेहतर सिंह कुछ अन्य साथियों के साथ ग्राम परासपानी के पास से गुजरने वाले 11 केव्ही की सागर फीडर लाइन में अवैध शिकार की नियत से जीआई तार बिछाकर शिकार करने का प्रयास कर रहा है। यह सूचना प्राप्त होते ही पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने चर्चा कर यह निर्णय लिया गया कि मप्र विद्युत मण्डल के अधिकारियों को सुरक्षा की दृष्टि से सागर फीडर लाइन को बंद कराया जाए। जिसे बिजली अधिकारियों द्वारा बंद भी किया गया। पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र घाटकोहका के विजयपानी वृत्त प्रभारी सतीराम उइके के नेतृत्व में मौके पर टीम भेजी गयी जिसके द्वारा ग्राम परासपानी के राजस्व क्षेत्र में (मौका स्थल) पर खूंटी गाड़कर जीआई तार लगाते हुए ग्राम परासपानी के दो व्यक्तियों मेहतर सिंह एवं चन्दन को पकड़ा गया एवं मौके से जीआई तार, खूंटियां, टार्च, कुल्हाड़ी, सब्बल जप्त की गयी।
शिकारियों को भेजा जेल
टीम के पहुंचने तक अभियुक्त तार बिछाने का कार्य लगभग 800 मीटर तक कर चुका था। पूछताछ में इनके द्वारा 8 दिन पूर्व नीलगाय का शिकार करने की बात बताई एवं इनकी निशानदेही पर नीलगाय का चमड़ा, हड्डियां, खुर आदि बीट घोघरी के कक्ष क्रमांक396 में जप्त किए गए। शिकारियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर जेल अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
आदतन अपराधी है शिकारी
इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि परिक्षेत्र घाटकोहका की बीट परासपानी एवं बीट घोघरी का वनक्षेत्र मौका स्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर लगा हुआ है एवं इस क्षेत्र में बाघ, तेंदुआ से लेकर अन्य वन्यप्राणी विचरण करते रहते हैं। पकड़े गए दोनों अपराधियों में से एक मेहतर सिंह ग्राम परासपानी का आदतन अपराधी है जिसके विरूद्ध पेंच टाइगर रिजर्व में एक तेंदुआ का शिकार प्रकरण एवं बिजली के तार बिछाकर शिकार करने पर भी प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है जिसमें लगभग नौ माह बाद छूटकर जेल से छूटकर आया है एवं इन प्रकरणों के साथ-साथ उसके विरूद्ध 10 प्रकरण थाना कुरई में दर्ज हैं। साथ ही हत्या के एक प्रकरण में 14 वर्ष की सजा काट चुका है। पुलिस में दर्ज एक प्रकरण में वन कर्मचारियों के साथ गाली गलौच का एक प्रकरण भी सम्मिलित है।
उक्त कार्रवाई में परिक्षेत्र सहायक विजयपानी सतीराम उइके, परिक्षेत्र सहायक घाटकोहका जगदीश भलावी, वनपाल सुखराम उइके, वनरक्षक पवित्र हरदहा, कमलेश सनोडिया, अरूण कुल्हाड़े, पंकज चौधरी, लेखराम वर्मा, किशोर परते, भुवन मर्सकोले, हीरालाल उइके, रविन्द्र मर्सकोले, सेवदास, लक्ष्मी प्रसाद, कैलाश उइके, जगत मर्सकोले, कोमल प्रसाद बघेल, रूस्तम सिंह डहेरिया, चैनसिंह चौधरी, सुरेश मर्सकोले आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।