विद्यार्थियों को सिखाने गायन-वादन, नृत्य सीख रहे प्राचार्य, शिक्षक
जिले के शासकीय हाइस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्य व दो-दो शिक्षक विद्यार्थी बनकर गायन-वादन, नृत्य, खेल, कला जैसी गतिविधियां सीख रहे हैं। ये प्रशिक्षण तीन दिन होगा। प्रशिक्षण में गतिविधियों को सीखने के बाद इन गतिविधियों से अपने स्कूल के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे। इस तरह प्रत्येक विद्यार्थी विभिन्न गतिविधि में निपुण हो सकेगा। इसमें निपुण होने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को परीक्षा में २० अंक भी प्रदान किए जाएंगे। मंगलवार से तीन ब्लॉक का प्रशिक्षण बड़े मिशन स्कूल सभाकक्ष में आरंभ हुआ।
जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल के निर्देश एवं जिला शिक्षा अधिकारी सिवनी के निर्देशन में हाइस्कूल स्तर पर बच्चों में शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ जीवन कौशल अभिक्षमता, नैतिक गुणों व जीवन मूल्यों के विकास के लिए सतत एवं व्यापक मूल्यांकन पद्धति की त्रिदिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण सत्र का आयोजन मिशन स्कूल सभाकक्ष में मंगलवार से प्रारंभ किया गया। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत 3 विकासखण्ड सिवनी, केवलारी एवं बरघाट के प्रत्येक हाइस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल से प्राचार्य एवं 2 शिक्षकों सहित कुल 3 प्रतिभागी इस प्रकार लगभग 300 प्रतिभागी सम्मिलित हो रहे हैं।
प्रशिक्षण सह कार्यशाला में प्रतिभागी प्राचार्य एवं शिक्षक कक्षा नवमीं के बच्चे बनकर सह शैक्षिक एवं पाठय सहगामी क्रियाकलापों यथा लेखन, आशुभाषण, प्रश्नोत्तरी, प्रदर्शन कला, संगीत, गायन, वादन, नृत्य व शिल्प की विभिन्न विधाओं में व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से उत्साह पूर्वक भाग ले रहे है।ं इस प्रशिक्षण सह कार्यशाला में सीखी गई गतिविधियों का उपयोग ये शिक्षक व प्राचार्य अपनी शाला में प्रत्येक शनिवार होने वाली बालसभा करेंगे। जो बच्चों की व्यक्तिगत व सदनवार उपलब्धियों को अंको में बदलकर वार्षिक परीक्षाफल में 20 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़े जाएंगे।
इस प्रशिक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी एसपी लाल, एडीपीसी एमके गौतम, प्रभारी बीइओ सिवनी आरपी बोरकर, विमल ठाकुर, विपनेश जैन, पियूष जैन सहित अन्य उपस्थित रहे।