scriptएमपी बोर्ड: 10वीं के इस रिजल्ट के बाद 93 प्राचार्यों को नोटिस जारी | MP Board: Notice issued to 93 principals after this result of 10th | Patrika News

एमपी बोर्ड: 10वीं के इस रिजल्ट के बाद 93 प्राचार्यों को नोटिस जारी

locationसिवनीPublished: Dec 12, 2019 12:37:14 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

परीक्षा परिणाम में सिवनी ब्लॉक सबसे पीछे, धनौरा अव्वल

seoni

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सुनील बंदेवार सिवनी. बेहतर परीक्षा परिणाम लाने की अनेकों कोशिश के बाद भी इस वर्ष हाइस्कूल (10वीं) की सितम्बर में हुई तिमाही परीक्षा में जिले के 93 शासकीय स्कूलों का परिणाम ३० प्रतिशत से कम आया है। जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल ने सख्ती दिखाते हुए सभी 93 स्कूल प्राचार्यों को नोटिस जारी किया। साथ ही बुधवार को इन सभी प्राचार्यों की बड़े मिशन स्कूल में समीक्षा बैठक ली और पूछा कि किस तरह से बोर्ड परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाएंगे। प्राचार्यों ने परिणाम को बेहतर बनाने के उपायों की एक कार्ययोजना फाइल सहायक संचालक एसएस कुमरे के सुपुर्द की है। डीइओ जीएस बघेल, सहायक संचालक एसएस कुमरे ने बैठक में आने वाले परिणाम बेहतर न होने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
सिवनी विकासखण्ड का सबसे खराब परिणाम –
तिमाही परीक्षा में 30 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले स्कूलों की जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल के हस्ताक्षर से जारी सूची पर गौर करें, तो एक अलग ही स्थिति देखने को मिल रही है। जिले के सभी विकासखण्ड के मुकाबले सिवनी विकासखण्ड के स्कूलों का परिणाम सबसे निराशाजनक रहा है। इसी विकासखण्ड में जिला शिक्षा अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं, जो अच्छे परिणाम के लिए सतत निरीक्षण व अन्य प्रयास करते हैं। इसके बावजूद सिवनी विकासखण्ड के 25 स्कूलों का परिणाम 30 प्रतिशत से कम है। जबकि सबसे बेहतर प्रदर्शन धनौरा विकासखण्ड के स्कूलों का रहा है, यहां के मात्र 3 शासकीय स्कूल ऐसे हैं, जिनका परिणाम 30 प्रतिशत से कम है।
इन स्कूलों के प्राचार्य को नोटिस जारी –
हाइस्कूल (10वीं) की तिमाही परीक्षा में 30 प्रतिशत से कम परिणाम आने पर शासकीय शालाओं में सिवनी विकासखण्ड के हाइस्कूल परासिया 3.51 प्रतिशत, हाइस्कूल सागर 7.32 प्रतिशत, उन्नयन हाइस्कूल उड़ेपानी 10.32 प्रतिशत, हाइस्कूल गोरखपुर (बंडोल) 11.11, उमावि पीपरडाही 17.31, हाइस्कूल जाम 17.76, उमावि छुई 19.10, हाइस्कूल जैतपुरकला 19.15, एमएलबी सिवनी 20, उमावि मेहरापिपरिया 20.24, कन्या उमावि मठ मंदिर सिवनी 20.65, हाइस्कूल चांवड़ी 21.88, उमावि हथनापुर 22.86 प्रतिशत रहा। इसी तरह हाइस्कूल बींझावाड़ा, उमावि कान्हीवाड़ा, हाइस्कूल डूण्डासिवनी, हाइस्कूल मारबोड़ी, उमावि गोपालगंज, उमावि कातलबोड़ी, नेताजी सुभाषचंद्र बोस उमावि सिवनी, कन्या हाइस्कूल भोमा, हाइस्कूल करकोटी, हाइस्कूल हिनोतिया, हाइस्कूल दिघौरी, हाइस्कूल बांकी शामिल हैं। बरघाट विकासखण्ड का उन्नयन हाइस्कूल कांचना-बरघाट, हाइस्कूल बेहरई, उन्नयन हाइस्कूल नयेगांव, उमावि आष्टा, उमावि आष्टा, उमावि विजयपानी, उमावि बोरीकला, उमावि अरी, उमावि खामी, कन्या उमावि बरघाट, उमावि गंगेरूआ धपारा, उमावि धारनाकला, हाइस्कूल मउ, हाइस्कूल पौनिया है। केवलारी विकासखण्ड का उमावि खैररांजी, उन्नयन हाइस्कूल झितर्रा, हाइस्कूल ढुटेरा, हाइस्कूल कनारी, हाइस्कूल बगलई, उमावि कन्या केवलारी, उमावि खैरापलारी, हाइस्कूल सकरी, हाइस्कूल खापाबाजार, उमावि छींदा, उमावि सरेखा एवं उन्नयन हाइस्कूल खरसारू हैं। धनौरा विकासखण्ड का उत्कृष्ट उमावि धनौरा, हाइस्कूल गोरखपुर धनौरा, उमावि बोरिया के नाम हैं। इसी तरह घंसौर विकासखण्ड के उन्नयन हाइस्कूल मानेगांव, उत्कृष्ट उमावि घंसौर, हाइस्कूल पहाड़ी, उमावि भिलाई, उमावि गोरखपुर, उमावि घोंटखेड़ा, कन्या हाइस्कूल कहानी के नाम हैं। कुरई विकासखण्ड के स्कूलों में उमावि दरासीकला, उमावि पीपरवानी, हाइस्कूल सिल्लौर, हाइस्कूल कुड़वा, उमावि बादलपार, उमावि खवासा, उमावि चक्कीखमरिया, हाइस्कूल बकोड़ी, कन्या उमावि कुरई, हाइस्कूल ऐरमा, उन्नयन हाइस्कूल मोहगांव-यादव शामिल हें। छपारा विकासखण्ड के हाइस्कूल तुलफ-रैयत, उमावि केकड़ा, हाइस्कूल बीजादेवरी, उन्नयन हाइस्कूल जोगीवाड़ा, उमावि चमारीखुर्द, हाइस्कूल लाटगांव, हाइस्कूल गोरखपुर-छपारा हैं। इसी तरह लखनादौन विकासखण्ड के हाइस्कूल लालपुर, हाइस्कूल भिलमा, कन्या उमावि धूमा, उन्नयन हाइस्कूल संगईमाल, हाइस्कूल जुगरई, उमावि बालक धूमा, हाइस्कूल धनककड़ी, उमावि मढ़ी, हाइस्कूल बैगापिपरिया, हाइस्कूल पिंडरई, उमावि घूरवाड़ा, हाइस्कूल बगलई-लखनादौन, हाइस्कूल सिरमंगनी, हाइस्कूल सनाईडोंगरी, उमावि नागनदेवरी के प्राचार्य को 30 प्रतिशत से कम परिणाम आने पर नोटिस जारी किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सहायक संचालक एसएस कुमरे ने बताया कि 30 प्रतिशत से कम परिणाम वाले 30 स्कूल प्राचार्यों को नोटिस देने के बाद समीक्षा बैठक में कार्ययोजना ली गई है। उन्हें निर्देशित किया है कि कलेक्टर सर के निर्देश हैं कि बोर्ड का परिणाम 80 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए।

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