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पेंच पार्क में पानी की कमी, वन्यप्राणियों पर मंडरा रहा संकट

पेंच प्रबंधन ने कहा कम बारिश से समस्या, प्रबंधन का दांवा, टैंकर से तालाबों में भर रहे हैं पानी

सिवनीApr 06, 2019 / 09:51 pm

akhilesh thakur

pench tiger reserve

Evaluate Pench Park management

अखिलेश ठाकुर सिवनी. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध पेंच टाइगर रिजर्व में पानी की समस्या शुरू हो गई है। पेंच प्रबंधन भी इस बात को स्वीकार कर रहा है। प्रबंधन का कहना है कि बारिश कम होने से पानी की समस्या है। साथ ही प्रबंधन ने दावा किया है कि वन्यप्राणियों को पानी की समस्या न हो इसके लिए टैंकर से तालाबों में पानी डाला जा रहा है। खास है कि पेंच के पास केवल तीन टैंकर है। इनमें दो टैंकर से ही अभी पानी डालने की बात कही जा रही है।
पेंच टाइगर रिजर्व का बफर व कोर एरिया करीब ११६८ वर्गकिलोमीटर हैं। इसमें बाघ, तेंदुआ सहित सैकड़ों प्रजाति के वन्यप्राणी और पक्षी पाएं जाते हैं। इनकी देख-रेख के लिए पेंच में सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी और अधिकारी तैनात हैं। उनके वेतन सहित पेंच के जंगल व वन्यप्राणियों की सुरक्षा व अन्य पर प्रति माह शासन के करोड़ों रुपए खर्च होते हैं। पेंच भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या जब हाउसफुल रहती है तो पेंच प्रबंधन को प्रतिमाह लाखों का राजस्व मिलता है। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक संगठन व वन्यप्राणी प्रेमी आए दिन पेंच को आर्थिक सहयोग करते हैं। देशी-विदेशी पर्यटकों के आने से ट्रेन, प्लेन, बस, होटल, रिसोर्ट, रेस्टोरेंट, सफारी आदि के संचालकों को करोड़ों रुपए की आमदनी होती है। शासन को इससे टैक्स मिलता है। ऐसे में पेंच के वन्यप्राणियों का कितना महत्व है। इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। इसबीच शुरू हो रही गर्मी में उनको पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ेगा। वर्तमान स्थिति कुछ ऐसा बयां कर रही है, जिससे निपटने के लिए पेंच प्रबंधन को अभी से कमर कस लेना होगा। इसमें थोड़ी सी चूक वन्यप्राणियों को जंगल के बाहर रहवासी क्षेत्रों में आने के लिए विवश कर सकती है। यह स्थिति रहवासी क्षेत्र के मवेशी व आमलोगों के साथ वन्यप्राणी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति न बने। इसके लिए पेंच प्रबंधन को सभी चिन्हित जगहों पर पानी की पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी।
९० तालाब है पेंच में
पेंच में वन्यप्राणियों को पानी की समस्या न हो इसके लिए करीब ९० तालाब व अन्य कच्चे और पक्के निर्मित स्थान हैं। बरसात के दिनों में तालाब में पानी इकट्ठा होता है, जिसे वन्यप्राणी पीते हैं। इनदिनों कम बारिश होने से कुछ तालाब सूख गए है, जबकि कुछ में पानी कम है। वन्यप्राणियों को पानी की कमी न हो इसलिए अभी से उक्त तालाबों में पानी भरना शुरू कर दिया गया है। पेंच टाइगर रिजर्व में पेंच नदी भी है। छिंदवाड़ा जिले के माचागोरा में पेंच नदी पर बांध बनने के बाद इसमें पानी कम रहता है। हालांकि पेंच प्रबंधन व गाइड का कहना है कि जरुरत पर माचागोरा बांध से पानी छोड़ा जाता है।
तालाब में भर रहे हैं पानी
कम बारिश से पानी की समस्या है। पेंच में तीन टैंकर है, जिसमें दो से तालाब में पानी भरा जा रहा है। वन्यप्राणियों को कही भी पानी की समस्या नहीं आएगी। इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
– विवेक सिंह परिहार, फिल्ड डॉयरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी
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