९० तालाब है पेंच में
पेंच में वन्यप्राणियों को पानी की समस्या न हो इसके लिए करीब ९० तालाब व अन्य कच्चे और पक्के निर्मित स्थान हैं। बरसात के दिनों में तालाब में पानी इकट्ठा होता है, जिसे वन्यप्राणी पीते हैं। इनदिनों कम बारिश होने से कुछ तालाब सूख गए है, जबकि कुछ में पानी कम है। वन्यप्राणियों को पानी की कमी न हो इसलिए अभी से उक्त तालाबों में पानी भरना शुरू कर दिया गया है। पेंच टाइगर रिजर्व में पेंच नदी भी है। छिंदवाड़ा जिले के माचागोरा में पेंच नदी पर बांध बनने के बाद इसमें पानी कम रहता है। हालांकि पेंच प्रबंधन व गाइड का कहना है कि जरुरत पर माचागोरा बांध से पानी छोड़ा जाता है।
पेंच में वन्यप्राणियों को पानी की समस्या न हो इसके लिए करीब ९० तालाब व अन्य कच्चे और पक्के निर्मित स्थान हैं। बरसात के दिनों में तालाब में पानी इकट्ठा होता है, जिसे वन्यप्राणी पीते हैं। इनदिनों कम बारिश होने से कुछ तालाब सूख गए है, जबकि कुछ में पानी कम है। वन्यप्राणियों को पानी की कमी न हो इसलिए अभी से उक्त तालाबों में पानी भरना शुरू कर दिया गया है। पेंच टाइगर रिजर्व में पेंच नदी भी है। छिंदवाड़ा जिले के माचागोरा में पेंच नदी पर बांध बनने के बाद इसमें पानी कम रहता है। हालांकि पेंच प्रबंधन व गाइड का कहना है कि जरुरत पर माचागोरा बांध से पानी छोड़ा जाता है।
तालाब में भर रहे हैं पानी
कम बारिश से पानी की समस्या है। पेंच में तीन टैंकर है, जिसमें दो से तालाब में पानी भरा जा रहा है। वन्यप्राणियों को कही भी पानी की समस्या नहीं आएगी। इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
– विवेक सिंह परिहार, फिल्ड डॉयरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी
कम बारिश से पानी की समस्या है। पेंच में तीन टैंकर है, जिसमें दो से तालाब में पानी भरा जा रहा है। वन्यप्राणियों को कही भी पानी की समस्या नहीं आएगी। इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
– विवेक सिंह परिहार, फिल्ड डॉयरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी