हाल ही में 30 जून को दोपहर में सिवनी ग्रामीण क्षेत्र की ओर अधिक वर्षा होने के कारण सागर नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे इस मार्ग का पुल डूब गया। क्षेत्री ग्राम के ग्रामीणों का आना-जाना बाधित हो गया, ऐसे में भी दोपहिया-चारपहिया वाहन पर सवार और पैदल आने-जाने वाले लोग जोखिम उठाकर नदी पार करते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि जरा सी वर्षा में ही यहां बाढ़ जैसे हालत नजर आने लगते हैं। मार्ग बंद होने की स्थिति बन जाती है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महामंत्री एम. नईम खान ने कलेक्टर महोदय से कहा है कि वर्षों से कान्हीवाड़ा-बंडोल मार्ग पर सागर नदी में पुल बनाए जाने की मांग की जा रही है। बारिश के दिनों में आवाजाही के कारण यहां हादसे की आशंका बनी रहती है। इस विषय में समय रहते हुए उचित कार्रवाई कर पुल का निर्माण कराया जाए, जिससे आवागमन बाधित ना हो और क्षेत्रीय जनता को इसका लाभ मिल सके।
मौके पर नहीं हुुए सुरक्षा इंतजाम –
बीते महीने कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग ने एसडीएम, तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग सहित सम्बंधित विभागों की बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए थे, कि वर्षाकाल में संभावित हादसे वाले पुल-पुलिया, रपटे पर बेरियर लगाए जाएं। आवश्यकता अनुसार सुरक्षा के लिए कर्मियों की तैनाती करने के लिए भी कहा गया था, इसके बावजूद संभावित खतरे वाले स्थानों पर जरूरी इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महामंत्री एम. नईम खान ने कलेक्टर महोदय से कहा है कि वर्षों से कान्हीवाड़ा-बंडोल मार्ग पर सागर नदी में पुल बनाए जाने की मांग की जा रही है। बारिश के दिनों में आवाजाही के कारण यहां हादसे की आशंका बनी रहती है। इस विषय में समय रहते हुए उचित कार्रवाई कर पुल का निर्माण कराया जाए, जिससे आवागमन बाधित ना हो और क्षेत्रीय जनता को इसका लाभ मिल सके।
मौके पर नहीं हुुए सुरक्षा इंतजाम –
बीते महीने कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग ने एसडीएम, तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग सहित सम्बंधित विभागों की बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए थे, कि वर्षाकाल में संभावित हादसे वाले पुल-पुलिया, रपटे पर बेरियर लगाए जाएं। आवश्यकता अनुसार सुरक्षा के लिए कर्मियों की तैनाती करने के लिए भी कहा गया था, इसके बावजूद संभावित खतरे वाले स्थानों पर जरूरी इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं।