अतिथियों के भरोसे चल रही माध्यमिक शाला
सिवनीPublished: Jan 20, 2019 11:50:39 am
शाला की स्थापना के समय से ही शिक्षकों की कमी
The teacher is not allowed to remove
सिवनी. विकासखड छपारा के अंतर्गत ग्राम दानीमेटा स्थित शासकीय माध्यमिक शाला की स्थापना के समय से ही शिक्षकों की कमी है, वैसे तो सरकार शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है लेकिन विभागीय अनदेखी के चलते सरकार की मंशा पूरी नहीं हो पा रही है। इसका उदाहरण दानीमेटा गांव में स्थित माध्यमिक शाला है। जानकारी के अनुसार दानीमेटा माध्यमिक शाला 2008 में उन्नयन हुई है। स्कूल तो माध्यमिक हो गया लेकिन उसका संचालन प्राथमिक स्तर के शिक्षक ही करते रहे हैं। 2014 में प्रथम बार यहां प्रधान पाठक डीपी सनोडिया द्वारा कार्यकाल संभाला गया उसके बाद से अभी तक शिक्षकों के 2 पद रिक्त हैं। जिसके चलते पढ़ाई का जिम्मा अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही है।
अतिथि शिक्षकों की भर्ती भी इसी माह की शुरुआत से की गई है। ग्रामीणों और प्रधान पाठक के द्वारा कई बार जिम्मेदारों और नेताओं का ध्यान स्कूल में शिक्षकों की कमी की ओर आकर्षित कराया गया, लेकिन आदिवासी अंचल होने के कारण और मुख्य सड़क से अंदर के गांव होने के कारण कोई भी जिम्मेदार इस और ध्यान देना नहीं दे रहा है। जिसके चलते स्कूल में पढ़ रहे छठवीं से आठवीं तक के 32 छात्र-छात्रा शिक्षकों की कमी के बीच पढ़ाई करने को मजबूर है। ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता का अंदाजा सहज रूप से लगाया जा सकता है। ग्रामीणों द्वारा संबंधित विभाग विभागीय अधिकारियों से मांग की गई है कि जल्द से जल्द दानी मेटा माध्यमिक स्कूल मैं खाली शिक्षकों के रिक्त पदों की भर्ती की जाए जिससे उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
जानकारी लेकर, बनाएंगे व्यवस्था –
यह सही है कि दानीमेटा के माध्यमिक शाला में सभी अतिथि शिक्षक हैं, वहां शिक्षक, अध्यापक की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जो भी समस्या होगी सोमवार को पहुंचकर जानकारी ली जाएगी। आवश्यक व्यवस्था के प्रयास किए जाएंगे।
सुनील राय, बीआरसीसी छपारा