scriptहेल्लो… ‘कलेक्टरÓ, मैं ‘शिवराजÓ का स्टेनो बोल रहा हूं, दे दो अनुमति | Seoni Collector News | Patrika News

हेल्लो… ‘कलेक्टरÓ, मैं ‘शिवराजÓ का स्टेनो बोल रहा हूं, दे दो अनुमति

locationसिवनीPublished: Apr 04, 2020 08:50:12 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

– सीएम के स्टेनो के नाम से फेंक काल आया कलेक्टर के पास, आरोपी गिरफ्तार
 

हेल्लो... 'कलेक्टरÓ, मैं 'शिवराजÓ का स्टेनो बोल रहा हूं, दे दो अनुमति

हेल्लो… ‘कलेक्टरÓ, मैं ‘शिवराजÓ का स्टेनो बोल रहा हूं, दे दो अनुमति

सिवनी. ‘हेल्लो… कलेक्टर सिवनी। जी। मैं शिवराज का स्टेनो बोल रहा हूं। कौन शिवराज। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। बोलिए। जिसका काल आया था, उसको वाहन की अनुमति दे दो। क्यों, मैंने तो उसकी समस्या का समाधान करा दिया है। मैं बोल रहा हूं, इसलिए दे दो…।Ó यह बात कलेक्टर प्रवीण सिंह के मोबाइल पर शुक्रवार को जर्मनी से आए काल से हुए संवाद का है। कलेक्टर ने जब इसकी पड़ताल की तो वह काल फेंक निकला। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

कलेक्टर प्रवीण सिंह शुक्रवार को कार्यालय में बैठे थे। इसबीच केवलारी निवासी दीपक झारिया का काल आया। उसने कलेक्टर सिंह को बताया कि मेरे पिता का उपचार बालाघाट से चलता है। मैं उनकी दवा लाने के लिए वाहन की अनुमति चाह रहा हूं। इस पर कलेक्टर बोले कि दवा की पर्ची भेज दीजिए। बालाघाट से दवा मंगाकर उपलब्ध करा दिया जाएगा। कलेक्टर के निर्देश के बाद कार्यालय के कर्मचारी ने युवक से संपर्क कर दवा की पर्ची व चिकित्सक का नंबर लेकर बात किया और दवा मंगाने का प्रोसेस चालू कर दिया।
इसबीच कलेक्टर के मोबाइल पर जर्मनी नंबर से एक काल आया। रिसीव करने पर काल करने वाले ने कलेक्टर को खुद को शिवराज सिंह चौहान का स्टेनो बताते हुए संबंधित युवक को वाहन की अनुमति देने की बात कही। इस पर कलेक्टर ने जब दवा उपलब्ध करा दिए जाने की बात कही तो वह दबाव बनाने लगा। उसने कलेक्टर के मोबाइल पर तीन बार काल किया। संदेह होने पर कलेक्टर सिंह ने इसकी जांच कराई। जांच में दवा मंगाने वाले युवक द्वारा फेंक काल किए जाने की जानकारी मिली तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के सायबर सेल की टीम जब युवक के मोबाइल को जब्त कर जांच की तो उसमें फेंक काल किए जाने वाले कई एप डाउनलोड किए गए थे। इस पर उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने युवक को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया हैं। उधर संबंधित युवक के पिता को बालाघाट जिले से दवा मंगाकर जिला प्रशासन ने उपलब्ध करा दिया है।
मेरे नंबर पर आया था फेंक कॉल
केवलारी के युवक ने काल कर बालाघाट से पिता की दवा लाने के लिए अनुमति मांगी थी। मैंने बालाघाट से दवा मंगवाकर शनिवार को उसके पिता को उपलब्ध करा दिया गया है। इसके पूर्व मेरे मोबाइल पर जर्मनी के नंबर से काल आया था। काल करने वाले ने खुद को मुख्यमंत्री का स्टेनो बताते हुए अनुमति देनी की बात कही थी। मैंने जब दवा मंगाकर उपलब्ध कराने के लिए प्रोसेस चालू कर दिए जाने की बात कही तो दुबारा काल आया। संदेह होने पर जांच कराई तो काल फेंक निकला। जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
– प्रवीण सिंह, कलेक्टर सिवनी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो