हिन्दी दिवस पर हुआ आयोजन
सिवनी•Sep 15, 2019 / 07:23 pm•
santosh dubey
कहानी में शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने दिखाया उत्साह
सिवनी. मनुष्य की स्वभाविक प्रवत्ति होती है वह अपने भावों को विचारों को दूसरों पर प्रकट करें और दूसरों के विचारों को सूने और समझे। वह अपनी कल्पना की सहायता से दुनिया के विभिन्न विषयों के संबंध में क्या सोचता है? प्रेम, दया, करूणा, द्वेष घृणा तथा क्रोध आदि मानसिक वृतियों पर अपनी बात रखता है। लेकिन मनुष्य में अभिव्यंजन की शक्ति एक सी नही होती और न विचारों की गंभीरता एक सी होती है।
मनुष्य की इसी प्रवृत्ति की प्रेरणा से ज्ञान और शक्ति के इस भंडार की सृजन संचय और सर्वधन होता है। कहानी के माध्यम से बच्चों एवं शिक्षकों में उनके अंदर के विचारों को निखारा जा सकता है। उक्त उद्गार विकासखंड स्तरीय कहानी प्रतियोगिता के अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने व्यक्त किए।
इस विषय पर निर्णायक के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार जगदीश तपिश, डॉ. रामकुमार चतुर्वेदी, अखिलेश यादव, अनिल तिवारी, संजय जैन आदि ने भी अपनी बात रखी। जनशिक्षा केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित किया गया आयोजन में विजयी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
इस अवसर पर बीआरसीसी रूद्रप्रताप सिंह, ठाकुर अरूण राय, साबिर खान, साहू सहित अनेक लोगों की उपस्थिति में निर्णय लिए गए। शिक्षक महेश साहू कान्हीवाड़ा प्रथम, महेश साहू कुकलाहा द्वितीय एवं शंकरलाल सनोडिया सिवनी तृतीय रहे। विद्यार्थियों में शासकीय माध्यमिक शाला तिघरा की काजल प्रथम, कान्हीवाड़ा की साफिया द्वितीय, कातलबोड़ी की जया पांडे तृतीय रही। प्रतियोगिता में 42 विद्यार्थी तथा 40 शिक्षकों ने कहानी की प्रस्तुती दी।