सिवनी. महिला बाल विकास विभाग व महिला सशक्तिकरण विभाग के अफसरों में उस समय खलबली मच गई, जब उनको एनएच-७ से सूबे की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस के गुजरने की जानकारी मिली। मंत्री ने संबंधित विभाग के आला अफसरों को शहर से लगे सडक़ पर तलब किया। आनन-फानन में संबंधित अधिकारी वहां पहुंच गए। मंत्री का वाहन जब पहुंचा तो अफसर आगवानी को बढ़े, लेकिन मंत्री ने रोका और उतरकर सडक़ किनारे सभी से एक-एक कर योजनाओं की जानकारी ली। इसकी पुष्टि जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी अभिजीत पचौरी ने की है।
बताया कि यह वाकया गुरूवार का है, जब मंत्री छिंदवाड़ा से जबलपुर जा रहीं थीं। उनसे मिलने छिंदवाड़ा रोड एनएच-७ बायपास चौराहे पर पहुंचे अधिकारियों ने बुके भेंटकर स्वागत किया। बताया कि मंत्री ने जिले में विभागीय योजनाओं की प्रगति के बारे में पूछा। लाड़ली लक्ष्मी, बेटी बचाओ, लाड़ो अभियान, बाल विवाह जागरुकता की जानकारी ली। कलेक्टर के प्रयास पर बेटी बचाओ पर चल रहे अच्छे कार्य की उनको जानकारी दी गई। लाड़ो के तहत बाल विवाह की जागरुकता प्रगति बताई गई। एसटीएससी बालिकाओं के लिए नि:शुल्क सशक्त वाहिनी अभियान के तहत दिए जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी दी गई। महिला बाल विकास मंत्री ने योजनाओं पर तेजी लाने के निर्देश दिए। कार्यक्रम अधिकारी लक्ष्मी धुर्वे, बाल संरक्षण अधिकारी विकास दुबे, सभी सीडीपीओ ग्रामीण-२, ग्रामीण-२, सीडीपीओ कुरई, सीडीपीओ शहर व अन्य विभागीय परियोजनाओं के सुपरवाइजर उपस्थित रहे।
जिला पंचायत सीईओ ने रिपोर्ट तलब कर लगाई फटकारजिला पंचायत सीईओ स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा जिला पंचायत में समस्त जनपद पंचायत के सीईओ, सहायक यंत्री, उपयंत्री, ब्लॉक समन्वयक एसबीएम एवं पीएमएवाय की समीक्षा बैठक ली गई।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत लक्ष्य के विरूद्ध कम प्रगति के संबंध में उपयंत्री अनामिका बघेल, योगेन्द्र कुमरे, टीपी घोरमारे, देवेन्द्र मानव, राकेश कौशले, रामकुमार बघेल, राजेश राय, निखिल भांगरे, संजय अहिरवार, नितिन कविश्वर, आशीष द्विवेदी तथा कोमेश बिसेन की प्रगति कम होने के कारण तथा माह जनवरी 2018 के अंत तक लक्षित प्रगति प्राप्त किए जाने के लिए निर्देशित किया गया।
महात्मा गांधी नरेगा योजना अंतर्गत कार्य में रूचि न लेने वाले उपयंत्रियों को माह जनवरी 2018 तक कार्य में प्रगति न लाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की हिदायत दी गई है। जनपद पंचायत घंसौर एवं लखनादौन की प्रगति सभी योजनाओं में अत्याधिक कम होने के कारण जिला पंचायत सीईओ द्वारा नाराजगी जाहिर की गई है। उन्होंने जनपद सीईओ को निर्देशित किया है कि कलस्टर बैठकों का आयोजन कर प्रगति के संबंध में समीक्षा करें। जिला पंचायत सीईओ द्वारा कार्य न करने वाले ग्राम
रोजगार सहायक व सचिवों की सेवा समाप्ति करने के लिए निर्देशित किया गया।
Home / Seoni / एनएच-७ से जा रहीं मंत्री ने सडक़ पर ही सिवनी के अफसरों की ली क्लास