चना, मसूर व सरसो खरीदी का शनिवार अंतिम दिन था। इस दिन जिन किसानों का तौल नहीं हो पाया उसको टोकन जारी किया गया। ऐसे करीब ५०६ किसानों को टोकन दिए गए। शाम तक सैकड़ों किसान टोकन का इंतजार कर रहे थे।
बीते छह जून को कलेक्टर डाड ने सभी चना खरीदी केन्द्रों पर एक अतिरिक्त अधिकारी की नियुक्ति की है। सिमरिया मंडी में कलेक्टर द्वारा नियुक्ति किए गए संबंधित अधिकारी दोपहर दो से साढ़े तीन बजे तक नहीं दिखे।
तीन दिन से समिति पर चना की तौलाई का इंतजार कर रहा हूं। अभी तक कुछ नहीं हो पाया है। कोर्ई सुनने को तैयार नहीं है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करूं। यहां की स्थिति बहुत खराब है।
– रविशंकर साहू, किसान सिमरिया
तीन दिन बाद चना की तौलाई व सिलाई हुई। इसके नाम पर प्रति क्विंटल मुझसे १० रुपए लिए गए हैं। अभी तक मुझे आनलाइन बिल नहीं मिल पाया है। समिति पर कोई व्यवस्था नहीं है।
– धर्म सिंह वर्मा, सर्राहिर्री कुरई
कब मिलेगा मक्का का भावांतर राशि
सिवनी. कृषि उपज मंडी समिति में विगत माह मक्का बेच चुके किसान भावांतर राशि अब तक नहीं मिलने की शिकायत लेकर पहुंचे। किसानों का कहना था कि भावांतर राशि अब तक नहीं मिली है। भावांतर राशि क्यों नहीं मिली? इसके लिए जिम्मेदार कौन है? किसानों ने यह सवाल वहां उपस्थित कृषि मंडी समिति के सचिव सुरेश कुमार परते से किया।
सचिव परते ने कहा कि कुछ तकनीकी खामियों से कुछ किसानों के भावांतर र ाशि अभी तक उनके खाते में नहीं जा पार्ई हैं। हालांकि उसको सही करके यहां से भेज दिया गया है। अब इस संबंध में अधिक जानकारी कृषि विभाग से मिलेगी।
बीते माह मैंने १०१ क्विंटल मक्का की बिक्री किया था। इसका अब तक मुझे भावांतर राशि नहीं मिल पाया है। २४ अप्रैल को मैंने गेहूं बेचा था। इसका भी पैसा नहीं मिला है। कैसे बोवाई होगी समझ में नहीं आ रहा है।
– दशरथ सिंह, तिघरा