दरअसल सरकारी संस्था लोक सेवा गारंटी भवन में बैठकर बेखौफ होकर गरीबों से आधार कार्ड संचालक अनैतिक रूप से पैसे की मांग कर रहे हंै। ऐसा ही एक मामला पाली में स्थित लोक सेवा गारंटी विभाग में आधार कार्ड संचालक के विरुद्ध आया है, जहां थाने में शिकायत की गई है।
आदिवासी शिकायतकर्ता हेमराज बैगा जो कि कठई का रहने वाला है, हेमराज ने ने शिकायती प्रपत्र में साफ तौर पर लिखा है कि आधार कार्ड बनाने के नाम से पहले तो संचालक शिव विश्वकर्मा जो कि एमपीईबी कॉलोनी के रहने वाले हैं, तकरीबन 10 दिन पहले अनैतिक रूप से उनसे दो सौ रुपये ले लिए थे, मंगलवार की शाम पुन: संचालक ने बुलाया और पांच सौ रुपये की राशि देने की मांग करने लगा, और उसके बाद ही आधार कार्ड देने की बात कह रहा था। इतना ही नहीं पैसा न होने की वजह से बने हुए आधार कार्ड के रजिस्ट्रेशन नम्बर को पेन की मदद से मिटा भी दिया था, जिससे वो युवक कहीं और जाकर आधार कार्ड न बनवा ले।
इस पूरे मामले के बारे में तहसीलदार रामबाबू देवांगन ने बताया कि पीडि़त युवक ने इस मामले की जानकारी दी थी, जिसके बाद संचालक के विरुद्ध पीडि़त ने सम्बन्धित पाली थाने में शिकायत भी की है।
उन्होंने ये भी बताया कि पूर्व में भी कई लोगों ने संचालक के विरुद्ध अनैतिक रूप से राशि डिमांड करने की शिकायत की है, जिस पर संचालक को कई बार ऐसा काम न करने की हिदायत भी दी जा चुकी है। अब देखना ये कि होगा ऐसे गम्भीर मामलों में पुलिस की जांच में क्या सामने आता है, अगर संचालक पुलिस जांच के दौरान दोषी सिद्ध होता है तो निश्चित रूप से सरकार की मंशा को पलीता लगा रहे ऐसे आधार
कार्ड संचालकों पर कड़ा एक्शन लेने की दरकार है।