शहडोल/धनपुरी. जैसे ही बरसात शुरू होती है इस इलाके के लोग बुरी तरह से दहशत में आ जाते हैं। उन्हें चिंता सताती रहती है कि पता नहीं कब जमीन फट जाए और उनका पूरा शहर, गांव या उनका घर पाताल लोक को चला जाए। घर जमीन में समाने अथवा शहर के जमींदोज होने का डर तो पूरे साल चौबीसों घंटे रहता है लेकिन बरसात में हालात और भी खराब हो जाते हैं। अभी हाल ही में जैसे ही तेज बारिश हुई, जमीन में बड़ी सुरंग जैसा दरवाजा खुल गया। ये दरवाजा कितनी गहराई में जाता है किसी को नहीं पता। लोग दहशत में आ गए। आननफानन में अधिकारी पहुंचे और सुरंग जैसे दरवाजे पर मिट्टी डलवाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली। हालांकि हालात बहुत खराब हैं।
धनपुरी एवं आसपास के क्षेत्र में पिछले 36 घंटों से लगातार हुई बारिश की वजह से नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 15 के निवासी आशीष गुप्ता के घर के पीछे की ओर एक लंबा चौड़ा गोप हो गया है। इसके पहले मीट मार्केट के पास मुख्य सड़क पर गोप हो चुका है। जिसकी पहचान आज भी गोप तिराहे के नाम पर होती है। बताया गया है कि आशीष गुप्ता के घर में पीछे की ओर बाड़ी में लगभग 4 फीट चौड़ा एवं 15 फुट लंबा गोप हो गया है। पीडि़त ने बताया कि गोफ होने की वजह से परिवार दहशत में है । लगातार हो रही बारिश से धीरे धीरे गोप की गहराई बढ़ रही है। घटना की सूचना नगर में जंगल में आग की तरह चारो ओर फैल गई थी। जिसकी कालरी प्रबंधन एवं प्रशासन को जानकारी समय पर दे दी गई थी। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन लेटलतीफ से पहुंचा।
अचानक जमीन धंसकने की वजह वहां की जमीन का पूरी तरह से खोखला होना है। पूरे इलाके में बड़ी-बड़ी कोयला खदानें हैं। दिन रात वहां से कोयला निकलता है। पिछले कई दशक से वहां से कोयला निकल रहा है। इसकी वजह से नीचे की जमीन पूरी तरह से खोखली हो गई है। ये खोखली जमीन यूं तो हमेशा के लिए ही दशहत का पर्याय है। पूरे साल लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इन खदानों में जैसे ही खनन के लिए कोई विस्फोट या मशीनों को चलाया जाता है, उससे जमीन हिलती है। जमीन हिलने की वजह से कभी-कभी अलमारियों में रखा सामान नीचे गिर जाता है। टूट-फूट हो जाती है। सामान बिखर जाता है। लेकिन बरसात में ये हालात और भी खराब होते हैं। तेज बारिश होते ही किसी न किसी स्थान पर सुरंग जैसा दरवाजा बन जाता है और पानी उसमें जाने लगता है। यहां के लोग हरदम दहशत में जीत हैं।
Home / Shahdol / कहीं जमीन में ही न समा जाए पूरा शहर, दहशत में हैं लोग इसकी ये है वजह