बाणगंगा चौराह, पोनांग तालाब व जयस्तंभ चौक का किया निरीक्षण
शाहडोल•Jul 03, 2020 / 10:17 pm•
Ramashankar mishra
बाणगंगा चौराहे को सुंदर बनाने कलेक्टर ने चलवाई जेसीबी, कहा लाइटिंग व बोर्ड लगाएं
शहडोल. कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने बाणगंगा चौराहे में कराए जा रहे चौड़ी करण कार्य एवं सौदर्यीकरण का अवलोकन किया तथा स्वयं खड़े होकर रोड़ को जेसीबी मशीन से छिलवाया एवं रोड़ के पानी का ढ़ाल नाली तक जाने के लिए बनवाया। उन्होंने चौराहे को खूबसुरत बनाने के निर्देश सहायक यंत्री को दिए। चौराहे में लाइटिंग लगाने एवं बाणगंगा चौराहे का बोर्ड लगाने के निर्देश देते हुए चौराहे के पास लगे पेड़ की रोड़ तरफ छंटाई भी करायी। इस मौके पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धर्मेन्द्र मिश्रा, सीएमओ शहडोल अमित तिवारी, तहसीलदार सोहागपुर बीके मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने कहा कि बाणगंगा चौराहे को ऐसा सुव्यवस्थित बनाएॅ कि बाहर से आने वाले लोगो को खूबसूरती का एहसास हो तथा यह लगे की शहडोल नगर साफ-सुथरा एवं पर्यावरण की दृष्टि से अच्छा है।
पौनांग तालाब का निरीक्षण
कलेक्टर ने बाणगंगा चौराहे से लगे पौनांग तालाब का निरीक्षण किया तथा तालाब की मेंढ़ पर तालाब के नाम का बोर्ड लगाने सहित मेढ़ के चारो तहफ बेहतरीन लाइटिंग कराने के साथ सुगंधित फूलदार पौध रोपण कराने एवं तालाब में जल के उपर काई को हटाकर साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि मेढ़ के चारो तरफ सुंदर सीढिय़ों का निर्माण कराकर मेढ़ो में पेवर लगाने एवं तालाब में कमल के फूल विकसित करने के निर्देश दिए है। साथ ही तालाब से लगे हुए 5 अन्य तालाबो को भी क्रमश: सुधार कराने एवं सौदर्यीकरण कराने व मेढ़ के नीचे तथा रोड़ के बगल से वाहन पार्किग स्थल बनाने के निर्देश दिए।
जय स्तंभ से बाणगंगा तक कराएं सफाई
बाणगंगा चौराहे से जय स्तंभ तक बनाई गई सड़क का कलेक्टर ने अवलोकन किया तथा सड़क के किनारे से अतिक्रमण हटाने, मलबा हटाने, नाली निर्माण के लिए खोदी गई मिट्टी को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जय स्तंभ तक साफ-सफाई कराई जायें एवं रोड़ के बीच में पौध रोपण के लिए बनाएॅ गए डिवाइडर में अस्त व्यस्त पड़ी मिट्टी की लेवलिंग कर डिवाइडर को साफ सुथरा बनाएॅ। उन्होंने ठेकेदार को हिदायत दी कि यह व्यस्तम मार्ग है, इस मार्ग का निर्माण कार्य तेजी से कराएॅ तथा कार्य की गुणवत्ता भी बेहतर रखें। कार्य में त्वरित गति लाकर एक सप्ताह के अंदर चुस्त दुरूस्थ मार्ग निर्माण करने के निर्देश दिए।