गांव के कई बच्चे ब्यौहारी मुख्यालय इसी मार्ग से पढऩे जाते हैं। सड़क निर्माण न होने की वजह से बच्चे कीचड़ से सनी सड़क पर फिसलकर चोटिल हो जाते हैं। सड़क न होने से बच्चों को स्कूल पहुंचने में देरी होती है तो कर्मचारी दफ्तर पहुुंचने में लेट हो जाते हैं। कई दशकों से बदहाल सड़क से परेशान गांव की कक्षा १२ वीं की एक छात्रा ने सड़क की स्थिति का वीडियो बनाकर कलेक्टर शहडोल को भेजा है। जिसके माध्यम से छात्रा ने सड़क की वस्तुस्थिति से हकीकत बताते हुए मार्ग निर्माण की गुहार लगाई है। छात्रा का कहना है कि सड़क में कई बार गिरकर चोटिल हो चुके हैं। छात्रा ने बताया कि पूर्व में सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन गांव के कुछ लोगों उसे उखड़वा दिया गया था।
मार्ग में एक नाला भी पड़ता है जिसकी स्थिति भी काफी दयनीय है। ऐसे में उन्हे स्कूल जाने के लिए मुश्किलों भरा सफर करना पड़ता है। गांव के ही कुछ लोगों द्वारा सडक का निर्माण नहीं होने दिया जा रहा है। जिसका खामियाजा उन्हे भुगतना पड़ रहा है। छात्रा ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सड़क का निर्माण कराया जाए जिससे कि उनकी समस्या का समाधान हो सके।
डॉ सतेन्द्र कुमार सिंह, कलेक्टर