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शाहडोल

वैकल्पिक व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च, स्थायी प्लांट के लिए कोई नहीं आ रहा आगे

ऑक्सीजन कंसन्टे्रटर पर खर्च कर रहे राशि

शाहडोलApr 29, 2021 / 11:36 am

amaresh singh

Crores of rupees spent on alternative arrangements

वैकल्पिक व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च, स्थायी प्लांट के लिए कोई नहीं आ रहा आगे

शहडोल. मेडिकल कॉलेज सहित अन्य कोविड सेंटर जहां ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड व आईसीयू की व्यवस्था है वहां पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। आवश्यक संसाधन जुटाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष, डीएमएफ मद, सांसद निधि और विधायक निधि से अब तक एक करोड़ से भी अधिक की राशि अकेले शहडोल जिले के लिए जारी की जा चुकी है। यह राशि महज वैकल्पिक व्यवस्था के लिए की गई है। यह वैकल्पिक व्यवस्था भी ऑक्सीजन उपलब्धता और मेउिकल कॉलेज का अस्पताल शुरू कराने स्थाई समाधान के अभाव में बेकार है। इसके बाद भी जन प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अमले द्वारा ऑक्सीजन उपलब्धता को लेकर स्थाई व्यवस्था के लिए कोई पुख्ता इंतजाम के लिए पहल नहीं की जा रही है।
छुट-पुट संसाधन व व्यवस्था में जो राशि व्यय की जा रही है और उसकी पूर्ति के लिए मशक्कत की जा रही है।ं मेडिकल कॉलेज में प्लांट स्थापित करने की जाए तो समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है।
कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेण्डर पर खर्च कर रहे राशि
विधायक निधि के साथ ही सांसद निधि, मुख्यमंत्री राहत कोष और डीएमएफ मद से लगभग 97 लाख से अधिक की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह राशि ऑक्सीजन सिलेण्डर, कंस्टे्रटर के लिए स्वीकृति की गई है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला चिकित्सालय में 300 एलपीएम क्षमता वाले व्हीपीएसए ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति प्रदान की है।
कलेक्टर डॉ सत्येंद्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज शहडोल के लिए 260 सिलेंडर प्रतिदिन की क्षमता का एयर सेपरेशन यूनिट की लागत 2.10 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी किया गया था। अर्ध शासकीय पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि प्रत्येक संभाग में एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। कमिश्नर शहडोल संभाग द्वारा जिला स्तर के शासकीय मेडिकल कॉलेज में स्वीकृति ऑक्सीजन प्लांट का औचित्य नहीं रह जाने से मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना संबंधी स्वीकृति आदेश तत्काल निरस्त करने निर्देशित किया गया है।
कमिश्नर शहडोल संभाग ने उक्त निर्देश के अनुक्रम में कार्यालय द्वारा जारी प्रशासकीय स्वीकृति को निरस्त किया है।


करना पड़ रहा इंतजार, नहीं हो रही आपूर्ति
मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की तादाद में बढ़ रही है। उसके अनुसार ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ गई है। ऐसे में समय पर पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। स्थिति यह होती है कि मेडिकल कॉलेज में स्थापित एलएमओ टैंक पूरी तरह से खाली होने के बाद भी ऑक्सीजन टैंक नहीं पहुुंच पाता। यह स्थिति पिछले कई दिनो से लगातार निर्मित हो रही है। ऑक्सीजन उपलब्ध भी होती है तो उससे टैंक पर्याप्त मात्रा में नहीं भर पाता। ऐसे में प्रबंधन व प्रशासन को फिर दूसरे दिन से मशक्कत करनी पड़ रही है।
ऑक्सीजन के लिए स्वीकृति राशि
सामग्री संख्या राशि
कंसट्रेटर 50 26.85 लाख
सिलेण्डर 145 08.25 लाख
ऑक्सीजन प्लांट 01 29.70 लाख
गैस स्टोर टैंक 01 3.75 लाख
ये खरीदी डीएमएफ और सांसद-विधायक निधि से करने की योजना है।

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