नगर में 500 व ग्राम जमुई में लगाएंगे 200 पौधे वार्ड पार्षद व संबंधित वार्ड के युवा करेंगे देखरेखपिछले वर्ष हो गए थे फेल, फिरसे चलाया अभियान
शाहडोल•Jun 24, 2020 / 12:36 pm•
Ramashankar mishra
एक साल के प्रयास में हो गए फेल, नहीं मानी हार, धरती को हरा भरा करने लिया यह संकल्प
शहडोल. नगर के युवाओं ने सभी वार्डों को हरा भरा करने का संकल्प लिया है। जिसके तहत नगर में लगभग 500 पौधे लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। युवाओं द्वारा शुरु किए गए इस अभियान में नगर के प्रत्येक वार्ड के पार्षद व वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए युवाओं ने तैयारी प्रारंभ कर दी है और पौधों की भी व्यवस्था कर ली है। नगर के 39 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड में 10-10 पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा वार्ड के एक वरिष्ठ व सम्मानित नागरिक के यहां एक-एक पौधे लगाएंगे। इसके बाद शेष बचे पौधों को नगर के मंदिरो के आस-पास लगाने का काम नगर के युवाओं द्वारा किया जाएगा। युवाओं द्वारा लगाए जाने वाले इन पौधों की जिम्मेदार वार्ड पार्षद व स्थानीय युवाओं की होगी। जिनके द्वारा पौधों के बड़े होने तक निगरानी की जाएगी। युवाओं ने इसके लिए लगभग 500 पौधों की व्यवस्था कर ली है। जिन्हे लगाने की तैयारी भी उनके द्वारा कर दी गई है।
चलाया गो ग्रीन अभियान, लगा रहे पौधे
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम जमुई में लगभग 30 युवाओं की टीम ने गो ग्रीन अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत ग्राम की मंदिरो, खाली पड़े मैदानों व तालाबों के किनारे पौधे लगाने का काम युवाओं ने प्रारंभ किया है। यह अभियान युवाओं ने पिछले वर्ष भी चलाया था लेकिन अभियान फेल हो गया था लेकिन युवाओं ने हार नहीं मानी और इस वर्ष उसे पूरा करने का ठानकर पौधे लगाने में जुट गए हैं। गांव में लगभग 200 पौधे लगाने का युवाओं की टीम ने संकल्प लिया है। जिसमें से अभी तक 100 से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। पौधों की सुरक्षा के लिए युवाओं ने गांव से ही लगभग 18 हजार रुपए एकत्रित किए हैं। जिसकी मदद से पौधों की सुरक्षा के लिए जालियां तैयार कराई जाएगी। इसके अलावा बेशरम व अन्य कटीली झाडिय़ों की बाड़ी बनाकर पौधों की सुरक्षा के इंतजामात किए जा रहे हैं। युवाओं के इस अभियान के गांव के अन्य लोग तो मदद कर ही रहे हैं साथ ही गांव के बच्चे भी बड़ी रुचि लेकर इस कार्य में अपना सहयोग दे रहे हैं। पौधे लगाने के साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए बच्चे पूरी लगन से काम कर रहे हैं। इसके अलावा बच्चों ने पौधों की सुरक्षा के लिए जालियां बनवाने पैसों से भी सहयोग किया है।