जांच टीम व अधिकारियों की क्लीनचिट तो कार्रवाई क्यों?
शाहडोल•Dec 10, 2020 / 12:25 pm•
Ramashankar mishra
चिकित्सकों ने प्रमुख सचिव के नाम सौंपा ज्ञापन, कहा- सीएस स्तर पर नहीं हुई थी लापरवाही
शहडोल. जिला चिकित्सालय में बच्चों की हो रही मौत मामले में यहां पदस्थ सिविल सर्जन व्ही के बारिया को हटाए जाने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दिए गए हैं। चिकित्सकों ने प्रमुख सचिव के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। चिकित्सकों ने कहा है कि जिला चिकित्सालय में हुई बच्चों की मौत मामले में विभिन्न जांच समितियों द्वारा प्रथम दृष्टया जांच प्रतिवेदन में जिला प्रबंधन को दोषमुक्त घोषित किया है। इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भी भेजे गए प्रतिवेदन में क्लीनचिट दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाने की बात कही थी। इसके बाद भी सिविल सर्जन को हटाने जाने की बात कही जा रही है। चिकित्सकों ने कहा कि डॉ व्ही एस बारिया सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने कार्यकाल में कई उत्कृष्ट कार्य किए हैं। जिसमें कोविड – 19 के लिए प्रमुख सचिव द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया है। स्थानीय स्तर पर कलेक्टर शहडेाल एवं समाजसेवियों द्वारा उन्हे सम्मानित किया गया है। सिविल सर्जन डॉ व्ही एस बारिया को उनके पद से मुक्त न किया जाए। डॉ डी के सिंह, डॉ सुनील स्थापक, डॉ राजा शितलानी, डॉ हर्ष सक्सेना, डॉ गंगेश टांडिया डॉ पुनीत श्रीवास्तव, डॉ सुनील हथगेल, डॉ धर्मेन्द द्विवेदी, डॉ पुष्पेन्द्र तिवारी, डॉ अरबिंद अम्बेडकर, डॉ पंकज श्रीवास्तव, डॉ निशांत प्रभाकर, डॉ ममता जगतपाल, डॉ भूपेन्द्र सिंह सहित कई अन्य चिकित्सक
मौजूद रहे।
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