scriptनौकरी न मिलने से नाराज किसान, कॉलरी गेट बंद करने की थी तैयारी, 90 दिनों के आश्वासन के बाद माने | Farmers angry due to lack of job, preparations were made to close the | Patrika News
शाहडोल

नौकरी न मिलने से नाराज किसान, कॉलरी गेट बंद करने की थी तैयारी, 90 दिनों के आश्वासन के बाद माने

ग्रामीणों को दी समझाइश, लिखित आश्वासन लिया, फिर स्थगित किया आंदोलन
एसइसीएल बिलासपुर के दो जीएम के अलावा शहडोल एडीएम और एएसपी भी पहुंचे

शाहडोलOct 26, 2021 / 01:09 pm

Ramashankar mishra

नौकरी न मिलने से नाराज किसान, कॉलरी गेट बंद करने की थी तैयारी, 90 दिनों के आश्वासन के बाद माने

नौकरी न मिलने से नाराज किसान, कॉलरी गेट बंद करने की थी तैयारी, 90 दिनों के आश्वासन के बाद माने

शहडोल. जिले के कोयलांचल क्षेत्र दामिनी यूजी माइंस में पिछले कुछ दिनों से चल रहा किसानों का आंदोलन अधिकारियों के आश्वासन के बाद सोमवार को समाप्त हो गया। नौकरी देने से जुड़ी फाइलों पर लंबे से लंबित मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन कोल प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद स्थगित हो गया है। 22 अक्टूबर से सैकड़ों किसान रोजगार की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। पिछले तीन दिन से किसान लंबित मांगों को लेकर अड़े रहे। वहीं किसानों द्वारा सोमवार को दामिनी कोल माइंस गेट को बंद करने की तैयारी थी। आंदोलन बढ़ सकता था। कॉलरी के आला अधिकारियों और जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद किसानों व कोल प्रबंधन के बीच सहमति बनी और आंदोलन समाप्त हो गया। किसानों ने लिखित आश्वासन के बाद प्रदर्शन खत्म किया है। किसानों ने प्रबंधन से 90 दिनों के भीतर नौकरी देने की बात का लिखित आश्वासन कराया है।
ये रहे मौजूद
अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, एएसपी मुकेश कुमार वैश्य, एसडीएम सोहागपुर नरेन्द्र धुर्वे, एसडीओपी भरत दुबे, जिला अध्यक्ष भाजपा कमलप्रताप सिंह, एसइसीएल बिलासपुर से प्रतिनिधि मंडल से महाप्रबंधक एके संतोषी और एके देशकर के अलावा महाप्रबंधक सोहागपुर शंकर नागाचारी, अमित सक्सेना, एसडीओपी सचिन धुर्वे, बीके सिंहा सहित किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।
आंदोलन बढ़ते ही पहुंचे अफसर, कराया समझौता
पिछले तीन दिन से चल रहा कॉलरी के बाहर आंदोलन बढ़ता जा रहा था। खैरहा, कंदोहा और आसपास के सैकड़ों किसान गेट बंद करने की तैयारी में थे। इसी बीच एसईसीएल बिलासपुर के दो अधिकारी सोहागपुर एरिया पहुंचे। अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा और एएसपी मुकेश कुमार वैश्य भी पहुंचकर समझौता कराया। जिसके बाद जिला प्रशासन की अध्यक्षता में किसानों और कोल प्रबंधन के बीच बैठक हुई, जिसमे सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि 90 दिनों में सभी पात्र किसानों को प्रक्रिया पूर्ण कर रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। इसके बाद किसान माने और आंदोलन खत्म किया।

Home / Shahdol / नौकरी न मिलने से नाराज किसान, कॉलरी गेट बंद करने की थी तैयारी, 90 दिनों के आश्वासन के बाद माने

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो