हर गांव में एक-एक फुटबाल क्लब
कमिश्नर राजीव शर्मा के अनुसार, हर गांव में एक-एक फुटबाल क्लब का गठन करने का प्रयास किया जा रहा है। संभागभर के सभी गांवों में यह पहल होगी। शहडोल शहर से सटा विचारपुर गांव मॉडल है। यहां के आदिवासी खिलाडिय़ों ने काफी बेहतर प्रदर्शन करके अलग पहचान बनाई है।
नए मैदान के साथ पुराने को करेंगे व्यवस्थित
अधिकारियों के अनुसार, बैठक के बाद सभी गांवों में सर्वे भी कराया जा रहा है। फुटबाल क्लब के गठन के साथ खेल मैदान तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। जिन गांवों में फुटबाल के लिए मैदान नहीं हैं, वहां पर नए मैदान तैयार किए जाएंगे और जहां पर पहले से मैदान हैं, उन्हे फुटबाल खेल के लिए व्यवस्थित किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर यहां मरम्मत कार्य भी शासन की मदद से कराया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों के साथ शासन से मदद
गांव के फुटबाल क्लब को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ समाजसेवियों की भी मदद ली जाएगी। शासन स्तर पर आर्थिक मदद की जाएगी। कमिश्नर राजीव शर्मा ने संचालक मप्र खेल एवं युवा कल्याण विभाग से इस संबंध में चर्चा भी की है। हाइकमान से हरी झण्डी मिलने के बाद प्रयास शुरू करते हुए फुटबाल खिलाडिय़ों को जोडऩा शुरू कर दिया गया है।
संसाधन और प्लानिंग मांगी, चार दिन में मिली रिपोर्ट
कमिश्नर ने कोच और युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए संसाधनों की जानकारी मांगी है। चार कोच ने प्लानिंग से जुड़ी रिपोर्ट भी दे दी है।
संभाग के सभी गांवों में फुटबाल क्लब खोलने की प्लानिंग है। अभी 6 माह में 100 गंावों में फुटबाल क्लब शुरू करेंगे। कोच और विभाग से बात की है। जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
राजीव शर्मा, कमिश्नर शहडोल