फर्जी रजिस्ट्रेशन और परिचय पत्र
पुलिस के अनुसार इन किशोरियों का फर्जी तरीके से रजिस्टे्रशन करा दिया गया था और फर्जी परिचय पत्र तैयार किया गया था। जिसके द्वारा पुलिस को भी गुमराह किया जा रहा था। इसके अलावा हर दलाल को एक किशोरी को लाने के लिए दो दो हजार रूपए दिए जाते थे। पुलिस इन दलालों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस रेंज शहडोल के शहडोल उमरिया अनूपपुर और डिंडौरी से कई आदिवासी किशोरियां अभी भी लापता हैं। यहां किशोरियों को बेहतर नौकरी और मजदूरी का प्रलोभन देकर अगवा कर लिया जाता है और अन्य प्रांतों में सौदा कर देते हैं। पुलिस अब इन जगहों से लापता किशोरियों की सूची तैयार कर रही है। इसके बाद अलग अलग जगहों के लिए टीम रवाना की जाएगी।
आईपी कुलश्रेष्ठ, आईजी
पुलिस रेंज शहडोल